UPSC प्रीमिम्स परिणाम 2024: कट-ऑफ और श्रेणीवार पासिंग मार्क्स की जानकारी
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 के परिणामों की घोषणा जल्द ही होने की संभावना है। इस बार की परीक्षा 16 जून 2024 को आयोजित की गई थी और उम्मीदवार अपने परिणाम यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in या upsconline.nic.in पर देख सकते हैं।
कई विशेषज्ञों का मानना है कि इस वर्ष की परीक्षा का कट-ऑफ पिछले सालों से अधिक हो सकता है। पिछले कुछ वर्षों में प्रतियोगिता में बढ़ोतरी और विभिन्न कारकों के कारण कट-ऑफ की उम्मीदें भी बढ़ी हैं। इसके अनुसार, अनुमानित कट-ऑफ इस प्रकार हो सकती है: सामान्य श्रेणी - 85-90, ईडब्ल्यूएस श्रेणी - 76-81, ओबीसी श्रेणी - 83-88, एससी श्रेणी - 70-75, एसटी श्रेणी - 63-68, PwBD-1 - 53-58, PwBD-2 - 53-58, PwBD-3 - 40-45, और PwBD-5 - 42-47।
| श्रेणी | अनुमानित कट-ऑफ अंक |
|---|---|
| सामान्य | 85-90 |
| ईडब्ल्यूएस | 76-81 |
| ओबीसी | 83-88 |
| एससी | 70-75 |
| एसटी | 63-68 |
| PwBD-1 | 53-58 |
| PwBD-2 | 53-58 |
| PwBD-3 | 40-45 |
| PwBD-5 | 42-47 |
कठिन प्रतियोगिता और बढ़ती अपेक्षाएँ
जैसा कि ज्ञात है, यूपीएससी परीक्षा में हर साल लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं, लेकिन अपेक्षाएँ और तैयारी के स्तर में अंतर के कारण कट-ऑफ का निर्धारण कठिन होता है। इसे देखते हुए, इस बार की कट-ऑफें भी अधिक होने की संभावना है।
उम्मीदवारों के लिए यह जानना भी जरूरी है कि प्रारंभिक परीक्षा में पास होने के लिए GS Paper 2 में कम से कम 33% अंक लाने होते हैं, जबकि GS Paper 1 क्वालिफाइंग नेचर का होता है। यह नियम उम्मीदवारों को उचित स्कोरिंग पर जोर देने में मदद करता है।
मूल्यांकन प्रक्रिया और अगले चरण की तैयारी
परिणाम घोषित होने के बाद, वे उम्मीदवार जो प्रारंभिक परीक्षा में सफल होंगे, वे मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुट जाएंगे। मुख्य परीक्षा की तारिखें और अन्य संबंधित जानकारियाँ यूपीएससी द्वारा जल्द ही घोषित की जाएँगी।
यूपीएससी के विशेषज्ञों की मानें तो, उम्मीदवारों ने इस बार बहुत ध्यानपूर्वक और कड़ी मेहनत करके अपनी तैयारी की है, जिससे परिणामों की गुणवत्ता में भी वृद्धि हो सकती है।
उम्मीदवारों के लिए सुझाव
इस कठिन परीक्षा में सफलता पाने के लिए, उम्मीदवारों को सुझाव दिया जाता है कि वे अपने अध्ययन पर निरंतर ध्यान दें और मुख्य परीक्षा के लिए भी उतनी ही लगन से तैयारी करें। अच्छी तैयारी का फोकस कारण उठाए गए विषयों की गहन समझ और सही रणनीति पर होना चाहिए।
अंत में, उम्मीदवारों के लिए यह भी महत्वपूर्ण है कि वे तनावमुक्त रहें और अपनी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें, ताकि वे अपनी पूरी क्षमता के साथ अगले चरण में योगदान दे सकें।
yaswanth rajana
1.07.2024सभी aspirants को यह जानकर खुशी होगी कि UPSC प्रीमिम्स का परिणाम जल्द ही उपलब्ध होगा।
इस बार के अनुमानित कट-ऑफ को देखते हुए, आपके तैयारी में छोटे-छोटे सुधार भी बड़ा फर्क ला सकते हैं।
एक व्यवस्थित अध्ययन योजना बनाकर, आप बड़े टॉपिक को भी कुशलता से कवर कर सकते हैं।
समय प्रबंधन को सख्ती से लागू करें, क्योंकि यही आपका सबसे बड़ा हथियार है।
यदि आप अपने कमजोर क्षेत्रों को लक्ष्यित करके अभ्यास करेंगे, तो कट-ऑफ को पार करना संभव रहेगा।
दृढ़ संकल्प और लगातार मेहनत से ही सफलता हासिल होती है, इसलिए हार न मानें।
Roma Bajaj Kohli
1.07.2024देश की सेवा में UPSC का अभेद्य मानदंड, उच्चतम कट-ऑफ के साथ, केवल सच्चे राष्ट्रवादी ही पार कर सकते हैं।
Nitin Thakur
1.07.2024कट-ऑफ में वृद्धि का कारण न केवल प्रतियोगियों की संख्या है बल्कि परीक्षा की कठिनाई स्तर में भी परिवर्तन हुआ है यह बात स्पष्ट है हमें अपनी तैयारी में रणनीतिक बदलाव करने चाहिए ताकि हम निचले स्तर के प्रश्नों में भी स्कोर कर सकें इसके अलावा समय प्रबंधन को लेकर हमें सख्त होना पड़ेगा नहीं तो हम मध्य स्तर के प्रश्नों में फँस जाएंगे
Arya Prayoga
1.07.2024तैयारी का रवैया कमजोर, परिणाम भी उसी तरह निचला रहेगा।
Vishal Lohar
1.07.2024उच्चतम कट-ऑफ की घोषणा ने मेरे भीतर एक अजीब सा गर्व एवं व्यग्रता दोनों को जगा दिया है।
यह परिणाम केवल अंक नहीं, बल्कि एक सामाजिक मंच पर हमारी स्थिति का प्रतिबिंब है।
जब हम इस कड़ी परीक्षा की तैयारी को एक कलात्मक प्रक्रिया मानते हैं, तो हर एक उत्तर हमारे विचारों की निपुणता को दर्शाता है।
अभ्यास की इस विस्तृत यात्रा में, हमने न केवल कंधों को मजबूत किया है, बल्कि बुद्धि के पंख भी विस्तारित किए हैं।
अब जब कट-ऑफ अनुमानित रूप से ऊँचा है, तो यह हमारे लिये एक चुनौती नहीं, बल्कि एक अवसर है।
इस अवसर को हम वास्तविकता में बदलने के लिये हमें अपने समय‑सारिणी को पुनः परिभाषित करना होगा।
परम्परागत अध्ययन विधियों को त्याग कर, नवाचारी तकनीकों का उपयोग करना आवश्यक है।
उदाहरण स्वरूप, हम डेटा‑ड्रिवन एनालिसिस के माध्यम से अपने प्रदर्शन को माप सकते हैं।
साथ ही, हमें मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि एक लचीला मन ही सफलता की कुंजी है।
सेल्फ‑रिफ्लेक्शन के माध्यम से हम अपने कमजोर बिंदुओं को पहचान कर उन्हें सुधार सकते हैं।
हमें यह भी समझना चाहिए कि शून्य से शून्य तक की रेस में केवल तेज़ी ही नहीं, बल्कि दिशा भी महत्वपूर्ण है।
ड्रामा और इमोशन को कंट्रोल में रखते हुए, हमें हर दिन की लिखित अभ्यास को सटीकता से पूरा करना चाहिए।
यदि हम इस प्रक्रिया में खुद को एक विशेष वर्ग के प्रतिनिधि के रूप में देखेंगे, तो हमारी प्रेरणा स्थायी होगी।
कैसे हम अपने विचारों को व्यवस्थित कर, उन्हें उत्तरों में परावर्तित करेंगे, यही हमारा असली परीक्षण है।
अंत में, इस कट-ऑफ को पार करना सिर्फ अंक नहीं, बल्कि व्यक्तिगत उत्कर्ष का प्रमाण होगा।
हम सभी को इस महान यात्रा में शुभकामनाएँ, और याद रखें – दृढ़ता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है।
Vinay Chaurasiya
1.07.2024कट-ऑफ बढ़ा है, तैयारी गंभीर होनी चाहिए, लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए, अनुशासन अपनाना आवश्यक है, समय का कुशल उपयोग अनिवार्य है, सफलता का मार्ग यही है, दृढ़ रहें, लगातार अभ्यास करें, मानसिक स्थिरता रखें।