इन्फोसिस की दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम
भारत की दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस ने वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के लिए अपनी वित्तीय रिपोर्ट जारी की है। इस वित्तीय रिपोर्ट में कंपनी ने अपने शुद्ध मुनाफे में 5% की वृद्धि की सूचना दी है। पिछले साल की समान अवधि में जहाँ यह लाभ 6,212 करोड़ रुपये था, वहीं इस वर्ष यह बढ़कर 6,506 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है। यह वृद्धि कंपनी की साख और बाज़ार में स्थायीत्व को प्रदर्शित करता है।
हाल के कुछ वर्षों में इन्फोसिस ने विभिन्न क्षेत्रों में शानदार प्रगति की है और इसकी शुरुआत मजबूत रणनीतिक योजनाओं और गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदायगी से मानी जाती है। पिछले कुछ महीनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े-बड़े योजनाओं की प्राप्ति कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रही है। वित्त वर्ष 2025 के लिए कंपनी ने अपने राजस्व वृद्धि मार्गदर्शन को 3.75% से 4.5% तक संशोधित किया है। यह आगामी महीनों में नए अवसरों की प्राप्ति और मौजूदा योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन को दर्शाता है।
राजस्व और अन्य प्राथमिक आँकड़े
इन्फोसिस की संचालन से होने वाली आय में 5% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो अब कुल 40,986 करोड़ रुपये है। वित्तीय रूप से कंपनी की स्थिति मजबूत होती चली गई है और यह समय के साथ इसे और अधिक सुदृढ़ बनाए रखने की दिशा में प्रयासरत है। पिछले वित्तीय तिमाही की तुलना में, कंपनी के राजस्व में 3.1% की बढ़ोत्तरी देखी गई है। यह वृद्धि विभिन्न परियोजनाओं के कार्यान्वयन और निवेशकों के भरोसे की सफलता का संकेत है।
इस तिमाही के दौरान कंपनी ने 21.1% का ऑपरेटिंग मार्जिन दर्ज किया है, जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले 0.1% की हल्की गिरावट दर्शाता है, हालांकि पिछली तिमाही के मुकाबले यह स्थिर है। बेसिक आय प्रति शेयर (EPS) में भी 4.7% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो अब 15.71 रुपये है। इसके अलावा, कंपनी ने ₹7,010 करोड़ का फ्री कैश फ्लो दर्ज किया है, जो 26.6% की वार्षिक वृद्धि दर्शाता है।
शेयरधारकों के लिए लाभकारी घोषणाएँ
इन्फोसिस ने इस तिमाही के दौरान ₹21 प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया है। 29 अक्टूबर, 2024 को इस लाभांश के लिए रिकॉर्ड तिथि घटित होगी, जबकि भुगतान 8 नवंबर, 2024 को किया जाएगा। यह लाभांश कंपनी की वित्तीय साख और शेयरधारकों की संतुष्टि का प्रमाण है।
इन्फोसिस के सीईओ और एमडी सलील पारेख ने कंपनी की दूसरी तिमाही के प्रदर्शन को सराहा और बताया कि कंपनी ने 3.1% की सम्पूर्ण बाजार वृद्धि हासिल की है। इसके अतिरिक्त, वित्तीय सेवाओं में अच्छी प्रगति हुई है और कंपनी के बड़े डील्स $2.4 बिलियन पर रहीं, जो इन्फोसिस की बाजार में मजबूत और उत्कृष्ट स्थिति का प्रतीक हैं।
बाजार में इन्फोसिस का प्रदर्शन
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में इन्फोसिस के शेयरों ने मजबूत रुख अपनाया। परिणामों के घोषणा से पहले कंपनी के शेयर 2.58% की बढ़त के साथ ₹1,969.50 पर बंद हुए। ये बढ़त स्थानिक और अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कंपनी की सकारात्मक प्रतिष्ठा को प्रदर्शित करती है।
इन वित्तीय और कार्यान्वयन सफलताओं के माध्यम से, इन्फोसिस ने परिवर्तनकारी कार्यक्रम और स्थायी विकास नीतियां लागू करते हुए साबित कर दिया है कि वो अपने प्रौद्योगिकीय और आर्थिक दायरों में विस्तार जारी रखेगी। सभी निवेशकों और स्टेकहोल्डरों के लिए यह तिमाही रिपोर्ट एक सकारात्मक संकेत है और इन्फोसिस की भविष्य की योजनाओं पर बेहतरीन विश्वास का निर्माण करती है।
Ayush Dhingra
18.10.2024हमेशा इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि कंपनियों की कमाई का मोटा भाग आम जनता के कल्याण में कैसे योगदान देता है। इन्फोसिस का 5% मुनाफा बढ़ना सराहनीय है, पर इससे कड़ी मेहनत करने वाले कर्मचारियों की तनखा पर क्या असर पड़ेगा, यह सवाल बना रहता है। बड़े बड़े डील्स के पीछे अक्सर छोटो-छोटे सप्लायरों के संघर्ष छुपे होते हैं। यदि इस लाभ का कुछ हिस्सा स्थानीय स्टार्टअप्स को समर्थन में निवेश नहीं किया गया तो यह बढ़ोतरी केवल कागज पर ही रहेगी। अंत में, हमें सतत विकास के साथ सामाजिक जिम्मेदारी को भी समान महत्व देना चाहिए।
Vineet Sharma
18.10.2024ओह, क्या बड़ी बात है, जैसे इन्फोसिस ने धूल उड़ा दी। लेकिन असली दुनिया में नौकरी की सुरक्षा और जीवन यापन का सवाल अभी भी बाकी है।
Aswathy Nambiar
18.10.2024जीवन की सच्चाई अक्सर आँकड़ों के पीछे छिपी होती है। इन्फोसिस का मुनाफा बढ़ना सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक संकेत भी हो सकता है-जैसे मनुष्य की आत्मा की उन्नति। पर अगर ये उन्नति केवल शेयरहोल्डर तक सीमित रही तो उसका वास्तविक मूल्य क्या? सोचिए, क्या हमारी समाज की प्रगति भी ऐसे ही वित्तीय ग्राफ के साथ मापी जानी चाहिए? शायद नहीं।
Ashish Verma
18.10.2024इन्फोसिस हमारे देश की टेक शक्ति का चमकता हुआ सितारा है 😊
इसकी बढ़ती मुनाफाखोरी को देखकर गर्व महसूस होता है।
Akshay Gore
19.10.2024हम्म, सितारा? असली बात तो यह है कि रिवेन्यू में बढ़ोतरी कभी-कभी बस अकाउंटिंग ट्रिक होती है।
Sanjay Kumar
19.10.2024इन्फोसिस का प्रदर्शन देख कर दिल को थोडा सा आराम मिलता है 🚀
सबको मिलकर इस सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
adarsh pandey
19.10.2024बिलकुल सही कहा आपने, सहयोग और सकारात्मक सोच से ही हम सब मिलकर विकास की राह पर चल सकते हैं।
swapnil chamoli
19.10.2024कुछ लोग कहते हैं कि इन्फोसिस की बृद्धि केवल बाजार के बड़े जालों का परिणाम है, एक गुप्त आर्थिक समुच्चय के अंतर्गत। इस तरह के आँकड़े अक्सर व्यापक नियंत्रण के संकेत देते हैं, जिसे आम जनता को नहीं समझ आता।
manish prajapati
20.10.2024इन्फोसिस की सफलता हमें दिखाती है कि कठिन मेहनत और सही रणनीति साथ में चलें तो कोई भी लक्ष्य प्राप्य है! आशा है कि आगे भी ऐसी ही बढ़त मिलेगी।
Rohit Garg
20.10.2024यहाँ तो इन्फोसिस ने फैंटेसी प्रोफ़ाइल को भी पीछे छोड़ दिया है, एक असली बिंदु जो सभी निवेशकों को झकझोर देगा।
Rohit Kumar
20.10.2024इन्फोसिस की वित्तीय रिपोर्ट पढ़ते ही कई विचार दिमाग में घूमते हैं। पहला तो यह कि 5% की मुनाफा वृद्धि कितनी वास्तविक है, क्योंकि अक्सर कंपनियां एक बार में बड़ी बढ़ोतरी दिखाने के लिए विभिन्न लेखा तकनीकों का सहारा लेती हैं। दूसरी बात यह कि ऑपरेटिंग मार्जिन में हल्की गिरावट हुई है, लेकिन यह गिरावट शायद निवेशकों को डराने के लिए नहीं की गई, बल्कि सेल्स की विविधता के कारण हो सकती है। तीसरे अंक में फ्री कैश फ़्लो का 26.6% बढ़ना काफी प्रभावशाली लगता है, पर यह सवाल उठता है कि इस नकदी को कैसे पुनः निवेश किया जाएगा। क्या कंपनी नई तकनीकी प्लेटफ़ॉर्म्स में निवेश करेगी या फिर यह शेयरहोल्डर्स के लिए डिविडेंड के रूप में वितरित होगा? अभी के लिए इन्फोसिस ने 21 रुपये प्रति शेयर का इंटेर्म डिविडेंड घोषित किया है, जो निवेशकों के मन को खुश कर देगा। लेकिन इस डिविडेंड के पीछे की रणनीति क्या है, इसे समझना ज़रूरी है। क्या यह कंपनी की वित्तीय स्थिरता का संकेत है या सिर्फ बाजार में विश्वास बनाने का ट्रिक? इसके साथ ही, इन्फोसिस ने अपने राजस्व मार्गदर्शन को 3.75% से 4.5% तक संशोधित किया है, जो इन साल की आमदनी को थोड़ा ऊँचा दिखा सकता है। फिर भी, इस मार्गदर्शन को हासिल करने के लिए कंपनी को किन-किन क्षेत्रों में विस्तार करना पड़ेगा, यह स्पष्ट नहीं है। शायद क्लाउड सर्विसेज और डिजिटल ट्रांसफ़ॉर्मेशन प्रोजेक्ट्स में अधिक फोकस होगा। अगर ऐसा है तो इस चरण में कुशल प्रतिभा की आवश्यकता भी बढ़ेगी, और भारत की टेक इकोसिस्टम को नया ऊँचाई मिलेगा। दूसरी ओर, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता को देखते हुए, इस बढ़ोतरी का स्थायी रहना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। फिर भी, इन्फोसिस की ब्रांड वैल्यू और ग्राहकों के साथ भरोसा इसे इस अँधेरे में एक प्रकाशस्तंभ बनाता है। अंत में, निवेशकों को चाहिए कि वे केवल आंकड़ों के आधार पर नहीं, बल्कि कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति, प्रतिस्पर्धात्मक लाभ और प्रबंधन की स्पष्टता को देख कर निर्णय लें।
Hitesh Kardam
20.10.2024इन्फोसिस का मुनाफा बढ़ा, बधाई!
Nandita Mazumdar
21.10.2024देश की शान इन्फोसिस ने बढ़ाया है, विदेशी कंपनियाँ शिकन करेंगे। यह हमारा गर्व है!
Aditya M Lahri
21.10.2024तुम्हारी बात बिल्कुल सही है, हमें इस उपलब्धि को राष्ट्रीय भावना के साथ मनाना चाहिए 😊।
Vinod Mohite
21.10.2024इन्फोसिस के कॉर्पोरेट इको-डायनामिक्स उभरते ग्रोथ मॉड्यूल्स के साथ एन्हांस्ड हैं, ROI मैट्रिक्स एवं EBITDA सिफ़्ट में सकारात्मक ट्रेंड देखा गया।