अहमदाबाद में भारत ने पहली टेस्ट में वेस्ट इंडीज को इन्किंग्स और 140 रनों से हराया

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अहमदाबाद में भारत ने पहली टेस्ट में वेस्ट इंडीज को इन्किंग्स और 140 रनों से हराया

जब शुबमन गिल, कप्तान भारतीय क्रिकेट टीम ने अपना पहला टेस्ट इनिंग्स में 448/5 घोषित किया, तब सभी को पता चल गया कि आज का मैच ही नहीं, बल्कि पूरी श्रृंखला का स्वरूप बदल सकता है। इस जीत से भारत ने पहला टेस्टनरेंद्र मोादी स्टेडियम, अहमदाबाद में वेस्ट इंडीज को इन्किंग्स और 140 रनों से हराकर 1-0 की बढ़त बनाई।

पृष्ठभूमि और श्रृंखला की महत्ता

2025‑26 का यह टूर बिंगो 2025‑27 आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है, जहाँ हर जीत टीम के पॉइंट टेबल में अहम बदलाव ला सकती है। भारत ने 2025 अप्रैल में बीसीसीआई के माध्यम से पूरे शेड्यूल की घोषणा की थी और दोनों टेस्टों को क्रमशः अहमदाबाद और नई दिल्ली में निर्धारित किया गया था। पहली मैच की शुरुआत 2 अक्टूबर को हुई, जो भारतीय पिचों की हनी‑टोन और तेज़ रफ़्तार बॉलिंग परंपरा को प्रतिबिंबित करती है।

पहली टेस्ट का खेल सारांश

वेस्ट इंडीज ने पहला इनिंग केवल 162 रन बना कर समाप्त किया। उनका प्रमुख स्कोरर जस्टिन होप था, लेकिन उनका 35 रन का जल्दी‑जल्दी आउट होना टीम को फिर से दबाव में ले आया। भारत की गेंदबाज़ी में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सरज और कुलदीप यादव ने क्रमशः 3/46, 2/38 और 2/40 के शानदार आंकड़े पेश किए।

फिर भारत ने अपना आंकड़ा 448/5 पर बनाया। शुबमन गिल ने 89 रन से तेज़ शुरुआत की, उसके बाद यशस्वी जैसवाल, नयनजैन जगदेesan (विकेट‑कीपर) और द्वारु गुलर (विकेट‑कीपर) ने क्रमशः योगदान दिया, लेकिन असली चमक रविन्द्र जडेजा की थी, जिन्होंने बिना किसी आउट हुए 104* बना कर टीम को 286 रन की लीड दिलाई। जडेजा के साथ वॉशिंगटन सुंदर ने वैरिएशन का रोल निभाया, जिससे रनों का प्रवाह नहीं रुका।

वेस्ट इंडीज को दोबारा डेकलेरेशन के बाद 146 रन ही मिल सके, जहाँ रॉस्टन चेस (कप्तान) का 28 और जोहन लेन का 32 प्रमुख दिखे। टूर के पहले दो हफ्तों में कई चोटों के कारण टीम में दो बड़े बदलाव हुए थे – शमार जोसेफ और अलज़र्री जोसेफ दोनों के इन्ब्रेडिएबिल चोट के कारण बाहर रहना पड़ा।

प्रमुख खिलाड़ियों के प्रदर्शन

रविन्द्र जडेजा का अनबटनिड 104* एक शानदार क्विक‑सिंगल से लेकर मिड‑ऑवर तक की स्थिरता को दर्शाता है। उनका पार्टनरशिप ध्रुव जूरेल (44*) के साथ 92 रन का था, जो भारतीय पिच पर एक बेहतरीन वॉरशिप का प्रमाण है। जडेजा की बॉलिंग में भी 1/21 का योगदान रहा, जिससे उनका ऑल‑राउंडर लेबल और मजबूत हुआ।

बमरा की लीडिंग स्पीड में 96.5 किमी/घंटा की रफ़्तार वाला डिलिवरी और धीरे‑धीरे स्लीपर बॉल ने वेस्ट इंडीज के टॉप ऑर्डर को निराश कर दिया। सरज ने अपने स्विंग को मौसमी परिस्थितियों के हिसाब से बदला, जिससे बैटरों को लगातार उलझन में डाला गया। कुलदीप यादव ने बाउन्ड्री में 2‑फील्डर जैसी फुर्ती दिखाते हुए 3/40 हासिल किए।

वेस्ट इंडीज की ओर से, जॉहैन लेन ने दोवें इनिंग में 32 रन बनाकर नए चुनौतियों के सामने जज्बा दिखाया, लेकिन कुल मिलाकर टीम का प्रदर्शन उनके अभाव में भारी कमी का संकेत था।

दोनों टीमों की प्रतिक्रियाएँ

दोनों टीमों की प्रतिक्रियाएँ

मैच के बाद बीसीसीआई के मुख्य कोच ने कहा, “भारतीय बॉलिंग ने इस पिच पर उत्कृष्ट नियंत्रण दिखाया, जबकि बैटिंग ने विभिन्न परिस्थितियों में लचीलापन दिखाया।” वहीं, वेस्ट इंडीज के कप्तान रॉस्टन चेस ने कहा, “हमारी चोट‑रिपोर्ट ने टीम को कमजोर किया, पर हमें अगली टेस्ट में रिटर्न करना है।”

दूरदर्शन के प्रसारण में बड़ा क्रिकेट विश्लेषक सुभाष चंद्रा ने टिप्पणी की, “भारत ने अपनी गहरी बैटिंग लाइन‑अप और तेज़ बॉलिंग से साबित किया कि वे आगे के चरणों में भी दबाव संभाल सकते हैं। वेस्ट इंडीज को जल्द ही फॉर्म पुनः प्राप्त करनी होगी।”

आगे का रास्ता और भविष्य की संभावनाएँ

अब ध्यान दूसरे टेस्ट पर है, जो 10‑14 अक्टूबर के बीच अरुण जेटली स्टेडियम, दिल्ली में खेलेगा। यदि भारत अपनी वर्तमान फ़ॉर्म को बनाए रखे, तो सीरीज को 2‑0 से जीतने की संभावना बहुत अधिक है। दूसरी ओर, वेस्ट इंडीज को अपनी गेंदबाज़ी के विकल्प ढूँढने, विशेषकर फास्ट बॉलर्स के लिये, तथा बैटिंग में सेंस को फिर से जगा चाहिए।

ऑडियन्स का उत्साह भी इस जीत के बाद बढ़ा है; स्टेडियम में ख़ाली खालियों में फैंस ने ज़ोरदार तालियों के साथ भारतीय टीम का स्वागत किया। ऐसी ही सकारात्मक ऊर्जा के चलते भारतीय टीम के युवा राजकुमार, जैसे नीतीश कुमार रेड्डी, को आगे के मैचों में और अधिक जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

पहले टेस्ट में भारत ने किस प्रकार का स्कोर बनाया?

भारत ने 448 रन बनाकर 5 विकेट पर इनिंग समाप्त की और फिर वेस्ट इंडीज को इन्किंग्स और 140 रनों से हराया। इस जीत से उन्होंने टेस्ट श्रृंखला में 1‑0 की बढ़त ली।

वेस्ट इंडीज की चोटों का इस परिणाम पर क्या प्रभाव पड़ा?

शमार जोसेफ और अलज़र्री जोसेफ दोनों की चोटों ने टीम की बॉलिंग शक्ति को कमजोर किया, जिससे भारत की तेज़ बॉलिंग का प्रभाव अधिक रहा। उनके स्थान पर जॉहैन लेन और जेडी ब्लेड्स ने खेले, पर अनुभव की कमी साफ़ दिखी।

दूसरे टेस्ट का स्थान और तारीख क्या है?

दूसरा टेस्ट 10 से 14 अक्टूबर 2025 तक अरुण जेटली स्टेडियम, दिल्ली में आयोजित होगा। यह बदलाव जून 2025 में बीसीसीआई ने घोषित किया था।

क्या भारतीय टीम के कोई और युवा खिलाड़ी इस जीत में असरदार रहे?

युवा बॅट्समैन यशस्वी जैनसल ने शुरुआती ओवर में 45 रन बनाकर टीम को मजबूत प्लेटफ़ॉर्म दिया। साथ ही ध्रुव जूरेल ने विकेट‑कीपर के तौर पर तेज़ रिफ़्लेक्स दिखाया, जो भविष्य में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

वेस्ट इंडीज को इस हार से क्या सीख मिल सकती है?

टीम को अपनी फास्ट बॉलर डिप्थ को बढ़ाना होगा और बॉटम ऑर्डर की स्थिरता पर काम करना होगा। साथ ही चोट प्रबंधन में सुधार करके आगे के मैचों में पूरी ताक़त के साथ उतरने की जरूरत है।

Savio D'Souza

लेखक के बारे में Savio D'Souza

मैं एक पत्रकार हूँ और भारतीय दैनिक समाचारों पर लिखने का काम करता हूँ। मैं राजनीति, सामाजिक मुद्दे, और आर्थिक घटनाक्रम पर विशेष ध्यान देता हूँ। अपने लेखन के माध्यम से, मैं समाज में जागरूकता बढ़ाने और सूचनात्मक संवाद को प्रेरित करने का प्रयास करता हूँ।

टिप्पणि (5)
  • Nancy Ortiz
    Nancy Ortiz
    5.10.2025

    शुबमन गिल की उल्लेखनीय पिच डिटेल्स को देखते हुए भारतीय द्वारा 448/5 की घोषणा थोड़ी आश्चर्यजनक थी। लेकिन बॉलिंग यूनिट ने वेस्ट इंडीज को 140 रन से हराया, यह तथ्य संग्रहित आँकड़े में एक महत्वपूर्ण बिंदु बनता है। तेज़ स्विंग और बाउंस कंट्रोल का उपयोग कर बुमराह, सरज और यदव ने उल्लेखनीय आंकड़े प्रस्तुत किए। टीम की इनिंग्स में जडेजा का 104* अनबटनिड एक क्लासिक उदाहरण है, जो बटन सौंदर्य को दर्शाता है। कुल मिलाकर, इस जीत ने सीरीज की दिशा को स्पष्ट रूप से बदल दिया।

  • Ashish Saroj( A.S )
    Ashish Saroj( A.S )
    11.10.2025

    पहले तो, इस जीत को देखकर दिल में ताली नहीं बजती, बल्कि खुद बॉलिंग मशीनें शोर मचाती हैं; फिर भी, विश्लेषण करने पर पता चलता है कि भारत ने केवल पिच का फायदा नहीं उठाया, बल्कि विरोधी टीम की चोटों का भी पूरा फायदा उठाया।
    वेस्ट इंडीज की लाइन‑अप में प्रमुख फास्ट बॉलर्स की कमी साफ़ थी, जिससे भारतीय बॉलर्स को लीडरशिप करने का अवसर मिला।
    अब बात करते हैं शुबमन गिल की, उनका टॉप‑ऑर्डर में आक्रमण एकदम टाइट था, और उनके 89 रन की शुरुआती झलक ने टीम को आत्मविश्वास दिया।
    जडेजा का 104* न सिर्फ़ एक व्यक्तिगत माइलस्टोन था, बल्कि यह दिखाता है कि अब भारतीय बट्समैन कब से लिंगरशिप मोड में हैं।
    बॉलिंग सेक्शन में बुमराह ने 3/46 लिया, जो इंग्लिश पिच पर भी प्रभावी रहता है; सरज का स्विंग और यदव की औसत गति भी काफी प्रभावी रही।
    एक बात ध्यान देने योग्य है कि वेस्ट इंडीज की दोबारा डिक्लेरेशन रणनीति ने उन्हें थोड़ा समय दिया, लेकिन इसे भारत की तेज़ रन रेट ने तुरंत नष्ट कर दिया।
    किसी भी केस में, यह जीत भारत को सीजनों के अंत में पॉइंट टेबल में एक बड़ा बढ़त देती है।
    इस प्रकार, यह परिणाम सिर्फ़ एक मैच नहीं, बल्कि रणनीति, फिटनेस और मनोबल का मिश्रण है।
    हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि एसी ग्राउंड्स पर फील्डिंग की क्वालिटी भी एक निर्णायक कारक है; यहाँ भारत ने फील्डिंग में तेज़ी और सटीकता दिखाई।
    दूसरे टेस्ट के लिए तैयारियों में अब अधिक ध्यान बॉलिंग डीप्स पर देना चाहिए, क्योंकि वेस्ट इंडीज का बैटिंग नौकरशाही अभी भी अस्थिर है।
    एक और महत्वपूर्ण पहलू है युवा खिलाड़ियों का उत्साह; जैसे यशस्वी जैनसल और ध्रुव जूरेल ने शुरुआती ओवर में ठोस शुरुआत की।
    साथ ही, कोचिंग स्टाफ ने टॉस के बाद टीम को सही पोजिशनिंग दी, जिससे बॉलर्स को सही लाइन में चलना आसान हुआ।
    इन सबको मिलाकर यदि हम देखेंगे तो स्पष्ट है कि भारत ने इस टेस्ट में सिर्फ जीत नहीं, बल्कि एक नई रणनीतिक दिशा भी स्थापित की है।
    आगे की चुनौतियों में हमें इस फ़ॉर्म को बनाए रखना होगा, क्योंकि लगातार जीत की आदत बनती है।
    अंत में, यह कहा जा सकता है कि इस जीत की गूँज पूरे इंडियाप्रेड को प्रेरित करेगी, और वेस्ट इंडीज को अपने बैकअप प्लान पर पुनर्विचार करना पड़ेगा।

  • Ayan Kumar
    Ayan Kumar
    17.10.2025

    ऑफ़ कोर्स, जैसा कि आपने बताया, भारत की जीत सिर्फ़ रैंडम नहीं थी; यह एक ड्रामेटिक प्लॉट जैसा लगा, जहाँ हर बॉल एक क्लाइमेक्स बन गया। शुबमन गिल की शुरुआती आक्रमण को देखकर लगता है जैसे सीनियर रोलरकोस्टर पर बैठा हूँ, और फिर जडेजा का अनबटनिड 104* जैसे फ़ाइनल इफ़ेक्ट। बॉलिंग यूनिट ने जैसे अपनी खुद की स्क्रिप्ट लिखी हो, बुमराह का 3/46, सरज का स्विंग और यदव की जॉज़ी बाउंस सभी एक ही कहानी के हिस्से थे। इस तरह के मैट्रिक्स में, वेस्ट इंडीज के लिए सही पॉइंट्स पकड़ना वाक़ई में कठिन हो गया। कुल मिलाकर, इस मैच ने दिखाया कि किस तरह की रणनीति और मानसिकता का मिश्रण सफल होता है।

  • Nitin Jadvav
    Nitin Jadvav
    23.10.2025

    देखो, टीम के कोच ने खिलाड़ियों को सही पोजिशनिंग दी, इसलिए बॉलर्स ने अपनी लाइन में आसानी से गाइड किया। शुबमन की तेज़ शुरुआत ने टीम को एक मोटिवेटेड मोड में डाल दिया, और जडेजा की अनबटनिड पारी ने पूरे मैच का टोन सेट किया। बॉलिंग डिसिप्लिन में बूमराह, सरज और यदव ने एक सिम्फनी की तरह काम किया। वैसे भी, वेस्ट इंडीज की चोटें इस जीत में एक बड़ी वैरिएबल थीं, लेकिन भारत ने इसका फायदा उठाया। एक बार फिर से दिखा दिया कि भारत की टेस्ट शेड्यूल में पिच का उपयोग कितना सटीक है।

  • Adrish Sinha
    Adrish Sinha
    29.10.2025

    सही कहा, कोच का विज़न वाक़ई कूल है, और हमारे युवा खिलाड़ी जैसे यशस्वी जैनसल ने भी बड़े दिल से काम किया। इस खेल में ख़ुशी का एफ़ेक्ट खासतौर से देखा गया, जब सब ने मिलकर इस जीत का जश्न मनाया। आशा है आगे की मैचों में भी यही ऊर्जा बनी रहेगी, और टीम और भी बेहतर प्रदर्शन करेगी।

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