आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ब्रिटेन से लौटने के बाद अपनी पहली सार्वजनिक उपस्थिति दर्ज कराई है। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास का दौरा किया, जहां आप की राज्यसभा सांसद और पूर्व दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पर कथित हमले को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है।
चड्ढा आंख की सर्जरी के लिए ब्रिटेन गए थे और काफी लंबे समय से पार्टी के मामलों से दूर थे, जिससे उनकी अनुपस्थिति पर सवाल उठ रहे थे। केजरीवाल के आवास पर उनका दौरा ऐसे समय में हुआ है जब दिल्ली पुलिस ने कथित हमले के मामले में केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार को गिरफ्तार किया है।
मालीवाल की मेडिकल रिपोर्ट में उनके बाएं पैर और दाएं गाल पर चोटों के निशान पाए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुमार ने उन्हें पूरी ताकत से मारा, लात मारी और सात-आठ बार थप्पड़ मारा। चड्ढा की वापसी और केजरीवाल के आवास का दौरा 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के चुनाव प्रचार से उनकी अनुपस्थिति को देखते हुए महत्वपूर्ण है।
चड्ढा का आंख का ऑपरेशन
सूत्रों के अनुसार, राघव चड्ढा ब्रिटेन में आंख का ऑपरेशन कराने गए थे। हालांकि, इस बारे में आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। उनकी अनुपस्थिति के दौरान, पार्टी के कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम और बैठकें हुईं, लेकिन वह इनमें शामिल नहीं हो सके।
चड्ढा की गैरमौजूदगी से पार्टी के भीतर भी सवाल उठने लगे थे। कुछ नेताओं ने उनकी लंबी अनुपस्थिति पर नाराजगी जताई थी। हालांकि, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनका बचाव करते हुए कहा था कि वह स्वास्थ्य कारणों से विदेश गए हैं और जल्द ही लौटेंगे।
स्वाति मालीवाल पर हमले का मामला
राघव चड्ढा के दिल्ली लौटने के कुछ ही दिनों बाद स्वाति मालीवाल पर हमले का मामला सामने आया। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष मालीवाल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार ने उन्हें मारा-पीटा।
मालीवाल ने कहा कि कुमार ने उन्हें पूरी ताकत से मारा, लात मारी और 7-8 बार थप्पड़ मारा। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर बिभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया। मेडिकल जांच में मालीवाल के बाएं पैर और दाएं गाल पर चोट के निशान मिले हैं।
इस घटना के बाद आम आदमी पार्टी विपक्ष के निशाने पर आ गई है। भाजपा समेत कई दलों ने इस मामले में केजरीवाल और उनकी पार्टी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मालीवाल के साथ न्याय की मांग की है।
चड्ढा के दौरे का महत्व
ऐसे में राघव चड्ढा का केजरीवाल के आवास पर जाना अहम माना जा रहा है। उनके इस दौरे को 2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर भी देखा जा रहा है। पार्टी इन चुनावों की तैयारी में जुटी है और चड्ढा को इसमें अहम भूमिका निभानी है।
चड्ढा युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं और पार्टी उन्हें युवा चेहरा के तौर पर पेश करना चाहती है। उनकी लंबी अनुपस्थिति से पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता था। ऐसे में उनका वापस आना और सक्रिय होना पार्टी के लिए अच्छी खबर है।
हालांकि, स्वाति मालीवाल प्रकरण पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। विपक्ष लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है और केजरीवाल पर हमलावर है। ऐसे में पार्टी को इस मामले से निपटने के लिए सही रणनीति बनानी होगी।
कुल मिलाकर राघव चड्ढा का दिल्ली लौटना और मुख्यमंत्री केजरीवाल से मुलाकात करना पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। उनकी भूमिका आने वाले दिनों में और अहम होने वाली है। साथ ही स्वाति मालीवाल केस पार्टी के लिए एक परीक्षा की तरह है, जिससे उबरना उसके लिए जरूरी होगा।