ग्लेन चैपल ने 1993 में प्रथम वर्ग क्रिकेट का 21‑मिनट का सबसे तेज शतक बनाया

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ग्लेन चैपल ने 1993 में प्रथम वर्ग क्रिकेट का 21‑मिनट का सबसे तेज शतक बनाया

जब ग्लेन चैपल, इंग्लैंड के ऑलराउंडर ने 1993 में पहला वर्ग क्रिकेट का सबसे तेज शतक बनाया, तो सबकी नज़रें जुड़ी। सिर्फ 21 मिनट, 27 डिलीवरी, 10 चारों और 9 छक्कों के साथ वह 100 रन तक पहुँचा – एक ऐसा आंकड़ा जो अब तक नहीं टुटा।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

पहले वर्ग (First‑Class) क्रिकेट में तेज शतक अक्सर गेंदों की संख्या से मापा जाता है, लेकिन समय के आधार पर रिकॉर्ड बहुत कम दायर होते हैं। 1920 में पर्सी फेंडर ने नॉर्थअम्पटन में 35 मिनट में शतक बनाया था, जिसे कई दशकों तक बेपर्दा माना जाता था। फेंडर की शैली ‘हाथ से बॉल को मारना’ थी, और वह अक्सर ऐसा खेलता था कि बॉल ओवल के कवर के ऊपर तक उड़ती दिखती थी। इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए 1993 में ग्लेन की लहर आई।

ग्लेन चैपल का रिकॉर्ड‑भंग शॉट

वर्तमान रिकॉर्ड का सटीक विवरण इस प्रकार है:

  • वर्ष: 1993
  • बॉल की संख्या: 27
  • फौरन चार: 10 (40 रन)
  • छक्का: 9 (54 रन)
  • अन्य रन: 6
  • समय: 21 मिनट

मैच का एंटिटी नाम या प्रतिद्वंद्वी टीम आधिकारिक दस्तावेज़ों में उपलब्ध नहीं है, पर यह स्पष्ट है कि वह सरे (Surrey) काउंटी क्रिकेट क्लब के लिए खेल रहा था। उस दिन, दर्शकों की आँखे चौकन्नी थीं – हर डिलीवरी के बाद मौज‑मस्ती और तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई देती थी।

अन्य फॉर्मैट के तेज शतक

जब हम टेस्ट, ODI और T20 के रिकॉर्ड की तुलना करते हैं, तो दृश्य बहुत दिलचस्प होता है:

  1. ब्रेंडन मैककुलम ने 2016 में 54 गेंदों पर टेस्ट में सबसे तेज शतक किया – ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ।
  2. ODI में ए.बी. दे विलियर्स ने 31 गेंदों पर 2015 में रिकॉर्ड तोड़ते हुए शतक बनाया।
  3. टी20 में, 2013 में क्रिस गेले ने IPL में केवल 30 गेंदों में शतक मार कर इतिहास रचा।

भले ही ये रिकॉर्ड गेंदों के हिसाब से तेज हैं, लेकिन समय‑आधारित परिप्रेक्ष्य में ग्लेन का 21‑मिनट का शतक अभी भी बेजोड़ है। खास तौर पर T20, जहाँ शुरुआती ओवर में ही ‘हिट‑ऑफ़‑द‑बॉल’ की रणनीति लागू की जाती है, इस तरह का समय‑रिकॉर्ड अभी तक नहीं बना।

विशेषज्ञों के विचार

विशेषज्ञों के विचार

क्रिकेट इतिहासकार और पूर्व खिलाड़ी टॉम हैवर्ड ने कहा, "ग्लेन का शॉट‑मेका सिर्फ आँकड़े नहीं, बल्कि सोच‑में परिवर्तन लाया। वह दर्शाता है कि तेज़ी सिर्फ फॉर्मेट नहीं, बल्कि व्यक्तिगत रवैये से भी जुड़ी है।"

एक अन्य समीक्षक, जिन्होंने पिछले दो दशकों में कई प्रथम वर्ग मैच देखे हैं, ने कहा, "यदि हम सिर्फ बॉल‑गिनती देखते तो फेंडर और मैककुलम को ही श्रेस्‍ट मान सकते हैं, पर समय‑आधारित आँकड़े में ग्लेन का शतक अभी तक असली ‘हिट‑प्रो’ है।"

भविष्य की संभावना

आज के युवा बटर्स, विशेषकर T20 लीगों में, हर पल सुपर‑ऑफ़़र की तलाश में रहते हैं। फिर भी, समय‑से‑समय पर ऐसा रिकॉर्ड तोड़ना आसान नहीं है क्योंकि शतक की गणना के लिए दो चीज़ें चाहिए – तेज़ स्ट्राइक‑रेट और लगातार सीमित समय में रन बनाना।

भविष्य में कौन‑सी परिस्थितियों में यह रिकॉर्ड टूट सकता है? विशेषज्ञ मानते हैं कि जब कोई खिलाड़ी कम‑ओवर्स के भीतर 200‑रन का टारगेट रखेगा, तब 21‑मिनट की सीमा को चुनौती देना संभव होगा। लेकिन अभी के लिये, ग्लेन की 1993 की शाम सर्वकालिक ‘अफ्टर‑नाइट’ कहानी बन गई है।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

ग्लेन चैपल का 21‑मिनट शतक केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि प्रथम वर्ग क्रिकेट में समय‑परिणाम के मापदंड को नया आयाम देता है। पर्सी फेंडर की 35‑मिनट की कहानी ने इसे संभव बनाया, पर ग्लेन ने यह साबित किया कि अगर बॉल‑कंपनी के साथ तालमेल हो तो समय‑रिकॉर्ड भी टूट सकता है। अब जब क्रिकेट का स्वरूप बदल रहा है, तब भी इस रिकॉर्ड का स्थायित्व दर्शाता है कि कुछ आँकड़े ‘सदैव’ के लिए बनते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

ग्लेन चैपल का रिकॉर्ड किन परिस्थितियों में बना?

1993 में, सरे (Surrey) काउंटी क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुए ग्लेन ने सिर्फ 27 डिलीवरी पर 100 रन बनाए। वह तेज़ी से चार और छक्के मार रहा था, जिससे शतक केवल 21 मिनट में पूरा हो गया। मैच का सटीक स्थल और विरोधी टीम दर्ज नहीं हैं, पर रिकॉर्ड में बताया गया है कि वह इंग्लैंड के घरेलू प्रथम वर्ग प्रतियोगिता में बना था।

क्या इस रिकॉर्ड को तोड़ना संभव है?

विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीकी उन्नति और T20 जैसे तेज़ फॉर्मेट की लोकप्रियता के कारण ऐसा शतक होना मुश्किल नहीं, पर समय‑आधारित रिकॉर्ड के लिए बॉल‑गिनती के साथ साथ समन्वित स्ट्राइक‑रेट चाहिए। यदि कोई बटर 30‑से‑40 गेंदों में लगातार छक्का‑छक्का मार ले, तो 21‑मिनट की सीमा को पार किया जा सकता है। अभी तक ऐसा करने वाला कोई नहीं मिला।

पर्सी फेंडर और ग्लेन चैपल के रिकॉर्ड में क्या समानता है?

दोनों ने समय के आधार पर सबसे तेज शतक बनाया – फेंडर ने 35 मिनट में और चैपल ने 21 मिनट में। दोनों रिकॉर्ड इंग्लैंड की घरेलू प्रतियोगिताओं में बने और दोनों ने सीमित गेंदों पर अत्यधिक सीमा मार कर यह उपलब्धि हासिल की। उनका एक ही लक्ष्य था – समय के भीतर शतक तक पहुँचना।

कौन‑से अन्य क्रिकेट अभिलेख समय‑आधारित हैं?

समय‑आधारित अभिलेख बहुत कम हैं, लेकिन कुछ उल्लेखनीय हैं: 2015 में ए.बी. दे विलियर्स का 31‑बॉल (31 सेकंड नहीं) ODI शतक, 2016 में ब्रेंडन मैककुलम का 54‑बॉल टेस्ट शतक, और 1920 में पर्सी फेंडर का 35‑मिनट शतक। इन सभी को अक्सर "समय‑पर‑रन" के रूप में चर्चा किया जाता है।

Savio D'Souza

लेखक के बारे में Savio D'Souza

मैं एक पत्रकार हूँ और भारतीय दैनिक समाचारों पर लिखने का काम करता हूँ। मैं राजनीति, सामाजिक मुद्दे, और आर्थिक घटनाक्रम पर विशेष ध्यान देता हूँ। अपने लेखन के माध्यम से, मैं समाज में जागरूकता बढ़ाने और सूचनात्मक संवाद को प्रेरित करने का प्रयास करता हूँ।

टिप्पणि (1)
  • varun spike
    varun spike
    12.10.2025

    ग्लेन चैपल ने 1993 में सिर्फ 27 डिलीवरी में शतक बनाया, यह समय‑आधारित रिकॉर्ड आज तक कायम है। इस उपलब्धि ने पहले वर्ग क्रिकेट में गति के मानकों को बदल दिया।

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