ऐपल इंक ने 2 सितंबर, 2025 को अपनी नई ऐपल इंक की iPhone 17 लाइनअप लॉन्च की, जिसमें एक नया अल्ट्रा-थिन मॉडल — iPhone Air — शामिल है, और iPhone 17 Pro की कीमत में 100 डॉलर (10%) की बढ़ोतरी की गई। यह बढ़ोतरी अमेरिका में आयातित आईफोन पर लगने वाले लगभग 25% शुल्क के बीच ऐपल के मुनाफे को बचाने की कोशिश है, जिसके बारे में विश्लेषकों का मानना है कि यह लंबे समय तक चलने वाली एक चुनौती है। लॉन्च के बाद ऐपल के शेयर 1.5% गिरे, जबकि बाजार अन्यथा ऊपर की ओर था, जिससे निवेशकों में आशंका बनी कि कंपनी ने ट्रेड वॉर के दबाव में पर्याप्त कदम नहीं उठाए।
कीमतों में अंतर: कौन कितना भुगतान करेगा?
iPhone 17 का स्टैंडर्ड मॉडल $800 से शुरू होता है, जो पिछले साल के iPhone 16 के समान है। लेकिन नया iPhone 17 Air — जो अत्यधिक पतला और हल्का है — $1,000 पर उतारा गया है, जो पिछले साल के iPhone 16 Pro की कीमत के बराबर है। यह एक स्मार्ट रणनीति है: ऐपल ने एक नए श्रेणी को बनाया, जिसमें लोगों को Pro के फीचर्स मिलते हैं, लेकिन कीमत उतनी ही नहीं।
लेकिन असली चौंकाने वाली बात iPhone 17 Pro की कीमत है। ऐपल ने इसे $1,100 घोषित किया, लेकिन विश्लेषकों के बीच अंतर है। JPMorgan Chase & Co. के अनुसार, यह $1,099 होगा, जबकि TrendForce का कहना है कि यह $1,199 होगा। क्यों? क्योंकि अब सभी Pro मॉडल्स में बेस स्टोरेज 128GB की जगह 256GB है। यानी, पिछले साल $999 में मिलने वाला 128GB iPhone 16 Pro, अब $1,099 में 256GB के साथ आ रहा है। असल में, कीमत बरकरार है, लेकिन आपको दोगुना स्टोरेज मिल रहा है।
ट्रेड वॉर का दबाव: अमेरिका में निर्माण क्यों असंभव है?
कीमत बढ़ने का सीधा कारण अमेरिका में आयातित आईफोन पर लगे 25% शुल्क है। इसके अलावा, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और वाणिज्य मंत्री हावर्ड लटनिक ने बार-बार कहा है कि आईफोन का निर्माण अमेरिका में होना चाहिए। लेकिन विश्लेषकों के लिए यह एक अवास्तविक दावा है। अमेरिका में आईफोन बनाने के लिए लाखों कर्मचारियों की आवश्यकता होगी, और उनके वेतन, ऊर्जा और नियमों की लागत इतनी होगी कि एक आईफोन की कीमत $2,000 या उससे भी अधिक हो सकती है।
यही कारण है कि ऐपल ने अपनी आपूर्ति श्रृंखला को चीन, वियतनाम और भारत में फैलाया है। भारत में अब आईफोन बन रहे हैं, लेकिन यहां लोकल मैन्युफैक्चरिंग के कारण टैक्स और सीमा शुल्क बढ़ गए हैं। इसलिए भारत में iPhone 17 Pro की कीमत अमेरिका की तुलना में 30-35% अधिक हो सकती है।
यूरोप और यूके में क्या हो रहा है?
यूरोप में ग्राहक आमतौर पर अमेरिकी कीमत से 15-20% अधिक भुगतान करते हैं। लेकिन अब एक अनोखा मोड़ आया है। 25 नवंबर, 2025 को, स्काई — लंदन के आइलसवर्थ स्थित टेलीकॉम कंपनी — ने iPhone 17 Pro (256GB) को अपने इतिहास के सबसे कम मूल्य पर ऑफर किया: एक बार का भुगतान £48 और 36 महीने के लिए प्रति माह £10। इससे ग्राहकों को £192 की बचत हुई। यह एक बड़ा ब्लैक फ्राइडे ट्रिक है, जिसका उद्देश्य ग्राहकों को नए मॉडल के साथ जोड़ना है।
क्या यह ऐपल का अंतिम रणनीति है?
यह स्ट्रैटेजी iPhone 15 सीरीज़ के समय भी देखी गई थी, जब iPhone 15 Pro Max में 128GB का विकल्प हटाया गया और कीमत $1,199 पर रखी गई — जो iPhone 14 Pro Max की $1,099 से अधिक थी। लेकिन अब यह नियम बढ़कर Pro Max तक पहुंच गया है। अब 1TB का iPhone 17 Pro Max $1,699 में उपलब्ध है, जो पिछले साल के $1,599 से $100 अधिक है।
अब ग्राहक यह सोच रहे हैं: क्या यह सिर्फ कीमत बढ़ाने का तरीका है, या वास्तव में बेहतर स्टोरेज और फीचर्स के लिए भुगतान कर रहे हैं? जवाब यह है — दोनों। ऐपल ने कीमत बढ़ाई, लेकिन उसके साथ स्टोरेज भी दोगुना किया। और जो लोग बजट पर निर्भर हैं, उनके लिए iPhone 17 या iPhone Air अभी भी एक अच्छा विकल्प है।
फाइनेंसिंग और ट्रेड-इन: नए ग्राहकों के लिए आसान रास्ते
अमेरिका में, वर्जिन और अन्य नेटवर्क अब iPhone 17 Pro Max को $33.33 प्रति माह (36 महीने, 0% ब्याज) पर ऑफर कर रहे हैं। iPhone 17 Air तो सिर्फ $27.77 प्रति माह में उपलब्ध है। ऐपल अपनी वेबसाइट पर iPhone 8 या उसके बाद के किसी भी आईफोन को ट्रेड-इन करने पर $40 से $670 तक की छूट दे रहा है। यह एक बड़ी चाल है — जिससे पुराने उपयोगकर्ता अपग्रेड करने के लिए प्रेरित होते हैं, और नए ग्राहक भी बिना बड़ी निवेश के आईफोन पा सकते हैं।
अगला कदम: क्या अगले साल भी कीमत बढ़ेगी?
अगले साल, अगर ट्रेड वॉर जारी रहा, तो ऐपल ने अपने निर्माण स्थलों को और अधिक विविध करने की योजना बनाई है। भारत और वियतनाम में उत्पादन बढ़ाना एक जरूरी कदम है। लेकिन यह सब लंबे समय तक चलेगा। जब तक अमेरिका में आयात शुल्क नहीं घटता, तब तक कीमतें ऊपर की ओर जाती रहेंगी — लेकिन अब ग्राहक जानते हैं कि उन्हें कीमत के बदले क्या मिल रहा है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
iPhone 17 Pro की कीमत में वृद्धि क्यों हुई?
iPhone 17 Pro की कीमत में $100 की वृद्धि अमेरिका में आयातित आईफोन पर लगने वाले 25% शुल्क और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की लागत में वृद्धि के कारण हुई है। इसके अलावा, Pro मॉडल में बेस स्टोरेज 128GB से बढ़ाकर 256GB कर दिया गया है, जिससे वास्तविक कीमत में बदलाव नहीं हुआ है — बल्कि आपको दोगुना स्टोरेज मिल रहा है।
भारत में iPhone 17 की कीमत क्यों इतनी अधिक है?
भारत में आईफोन की कीमत अमेरिका की तुलना में 30-35% अधिक है क्योंकि यहां स्थानीय निर्माण के लिए उच्च टैक्स, सीमा शुल्क और स्थानीय विनिमय दरों के कारण लागत बढ़ गई है। इसके अलावा, भारत में आईफोन का वितरण और विपणन भी अमेरिका की तुलना में अधिक खर्चीला है।
iPhone Air क्या है और क्या यह iPhone 16 Pro के बराबर है?
iPhone Air एक नया अल्ट्रा-थिन मॉडल है जो iPhone 16 Pro के फीचर्स के बराबर है — जैसे ProMotion डिस्प्ले, Dynamic Island और एक्शन बटन — लेकिन इसका शरीर और भी पतला है। इसकी कीमत $1,000 है, जो iPhone 16 Pro के समान है, लेकिन यह एक नया श्रेणी है जो लोगों को Pro के फीचर्स के लिए कम कीमत पर विकल्प देता है।
क्या ऐपल अमेरिका में आईफोन बनाने जा रहा है?
नहीं, कोई योजना नहीं है। अमेरिका में आईफोन बनाने के लिए लाखों कर्मचारियों की आवश्यकता होगी, और लागत इतनी बढ़ जाएगी कि एक आईफोन की कीमत $2,000 से ऊपर हो सकती है। यह अवास्तविक है, और ऐपल ने चीन, वियतनाम और भारत में उत्पादन बढ़ाकर इस चुनौती का सामना करने की रणनीति बनाई है।
क्या iPhone 17 Pro Max के लिए 1TB मॉडल की कीमत बहुत अधिक है?
हां, iPhone 17 Pro Max का 1TB मॉडल $1,699 में उपलब्ध है, जो iPhone 16 Pro Max के $1,599 से $100 अधिक है। लेकिन यह उन लोगों के लिए है जिन्हें बड़ा स्टोरेज चाहिए — जैसे फोटोग्राफर, वीडियो एडिटर या व्यवसायी। अधिकांश उपयोगकर्ता 256GB या 512GB के विकल्पों का उपयोग करते हैं, जो अभी भी सस्ते हैं।
क्या ऐपल के शेयर गिरने का मतलब है कि यह लॉन्च विफल रहा?
नहीं। शेयर गिरने का मतलब यह नहीं है कि लॉन्च विफल रहा। निवेशक चिंतित थे कि क्या ऐपल ट्रेड वॉर के दबाव में पर्याप्त रूप से अपने मुनाफे को संरक्षित कर पाएगा। लेकिन बाजार ने अभी तक इस लॉन्च की सफलता की पुष्टि की है — iPhone 17 Pro और Air की मांग शुरू हो चुकी है, और ट्रेड-इन प्रोग्राम ने ग्राहकों को आकर्षित किया है।
JAYESH KOTADIYA
1.12.2025बस एक बात समझ लो... अमेरिका ने चीन को दबाया, भारत को फंसाया, और हम लोग अब ₹1,20,000 का फोन खरीद रहे हैं! 😂📱 #MadeInIndiaMyAss
Shashi Singh
2.12.2025ये सब एक बड़ा साजिश है!!! ऐपल ने अपने फोन में चिप में ट्रैकर लगा दिया है... जो भी आईफोन खरीदता है, उसकी आवाज़ का रिकॉर्ड अमेरिकी सरकार को भेज देता है!!! और ये iPhone Air? ये तो एक बायोमेट्रिक ट्रैप है!!! अभी तक जिन्होंने खरीदा, उनके घर के बिजली के बिल में 12% बढ़ गया है!!! क्या आपने ये देखा???!!!
Surbhi Kanda
2.12.2025कीमत संरचना में बेसलाइन अपग्रेड के साथ वैल्यू प्रोपोजिशन रिडिफाइंड हुआ है। 128GB से 256GB का स्केलिंग एक क्लियर स्ट्रैटेजिक मूव है, जिससे ARPU बढ़ता है बिना प्राइस एलास्टिसिटी को कम किए। इसके अलावा, ट्रेड-इन प्रोग्राम ने कस्टमर लाइफटाइम वैल्यू को 22% तक बढ़ाया है।
Sandhiya Ravi
3.12.2025मैंने iPhone 16 अभी खरीदा था, लेकिन iPhone 17 Air देखकर लगा कि ये तो मेरे लिए बनाया गया है... पतला, हल्का, और बहुत सुंदर... अगर कोई आपको बताए कि ये सिर्फ पैसे की बर्बादी है, तो उसे बताइए कि खुशी की कीमत भी होती है। मैं खुश हूँ, और ये बहुत कुछ है।
Vikash Kumar
5.12.2025अमेरिका के शुल्क का नाम लेना बेकार है। सच तो ये है कि ऐपल ने भारतीयों को फंसाने के लिए नया फीचर बना दिया है - बेवकूफ़ी।