
मोदी सरकार में शामिल हो सकते हैं केरल के जॉर्ज कुरियन
केरल के वरिष्ठ BJP नेता जॉर्ज कुरियन के केंद्रीय मंत्री बनाए जाने की चर्चा जोर पकड़ रही है। कोट्टायम से ताल्लुक रखने वाले कुरियन ने पिछले कुछ वर्षों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। अब संभावना जताई जा रही है कि उन्हें मोदी सरकार के तीसरे NDA मंत्रिमंडल में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
महत्वपूर्ण पदों पर काम का अनुभव
जॉर्ज कुरियन का राजनीतिक करियर काफी प्रभावशाली रहा है। उन्होंने राज्य BJP के महासचिव के रूप में कार्य किया है और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष के पद को भी संभाला है। जिससे पता चलता है कि उनकी नेतृत्व क्षमता और संगठनात्मक कौशल कितनी मजबूत है। कुरियन का जमीनी स्तर पर समर्थन व्यापक है, खासकर केरल के ईसाई समुदायों में, जो उनके अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष रहते हुए उनके कार्यों के चलते है।
चुनावी अनुभव और रणनीतिक सोच
कुरियन ने पुथुपल्ली निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनावों में BJP उम्मीदवार के रूप में भाग लिया था, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उमेन चांडी से हुआ था। भले ही वे चुनाव जीतने में असफल रहे हों, लेकिन उनके चुनाव अभियान ने उन्हें राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में प्रमुखता दी। कुरियन की रणनीतिक सोच और स्थानीय मुद्दों की उनकी समझ ने उन्हें भाजपा के शीर्ष नेताओं का विश्वास हासिल करने में मदद की है।
प्रधानमंत्री निवास में उच्च स्तरीय बैठक में शिरकत
यह खबर तब और पुख्ता हो गई जब कुरियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निवास पर उच्च स्तरीय बैठक में शिरकत की। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए और यह माना जा रहा है कि कुरियन को केंद्रीय मंत्री बनाने की प्रक्रिया पर भी चर्चा हुई। अगर यह योजना सिरे चढ़ती है, तो वह मोदी मंत्रालय में शामिल होने वाले दूसरे मलयालम नेता बन सकते हैं।
सुरेश गोपी भी हो सकते हैं शामिल
इसके अलावा, तिरूश्शूर के सांसद सुरेश गोपी के भी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चा है। गोपी को पर्यटन या संस्कृति से संबंधित पोर्टफोलियो सौंपा जा सकता है। राज्य से दो प्रमुख नेताओं का केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होना केरल की राजनीति और जनता पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
राज्य का अल्पसंख्यक समाज के बीच लोकप्रियता
जॉर्ज कुरियन के केंद्रीय मंत्री बनने से राज्य में बीजेपी की अल्पसंख्यक समुदाय के बीच में पकड़ और मजबूत हो सकती है। केरल के ईसाई समाज में उनका अच्छा खासा समर्थन है और इसे देखते हुए बीजेपी अपने पुराने मतदाताओं के साथ-साथ नए मतदाताओं को भी लुभाने की कोशिश करेगी। इस कदम से बीजेपी राज्य में अपनी बुनियाद मजबूत करने की कोशिश कर रही है, जो भविष्य में उनके लिए लाभदायक साबित हो सकता है।

निष्कर्ष
जॉर्ज कुरियन को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने की संभावना ने केरल और राष्ट्रीय राजनीतिक क्षेत्र में हलचल मचा दी है। उनके अनुभव और नेतृत्व क्षमताओं को देखते हुए, यह कदम बीजेपी की रणनीतिक सफलता के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हो सकता है। अगर ऐसा होता है, तो यह केरल की राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ सकता है, और राज्य के विभिन्न समुदायों के बीच पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता को भी दर्शाता है।