अमोल काले का अप्रत्याशित निधन
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमोल काले का न्यूयॉर्क में सोमवार को हृदयघात से निधन हो गया। वे केवल 47 वर्ष के थे। रविवार को उन्होंने नासाउ काउंटी क्रिकेट ग्राउंड पर भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए टी20 वर्ल्ड कप 2024 के मैच का उत्साह पूर्वक आनंद लिया था। उनके साथ मुंबई क्रिकेट बोर्ड के सचिव अजीत नाइक और एक अन्य पदाधिकारी भी थे।
काले का क्रिकेट प्रशासन में योगदान
अमोल काले ने 2022 में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर विश्व कप विजेता पूर्व क्रिकेटर संदीप पाटिल को हरा कर कब्जा जमाया था। वे महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी माने जाते थे। नागपुर के रहने वाले काले पिछले दशक से मुंबई में बसे हुए थे और पहले पीढ़ी के व्यवसायी थे।
काले के नेतृत्व के दौरान, उन्होंने घरेलू क्रिकेट खिलाड़ियों के मैच फीस को दोगुना करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। यह कदम बीसीसीआई द्वारा फीस बढ़ाने के निर्णय के पश्चात हुआ था। उनके कार्यकाल के अंतर्गत, उन्होंने रेड-बॉल क्रिकेट को प्रमोट करने पर भी जोर दिया था और 2023-24 सीजन की रणजी ट्रॉफी विजेता टीम के लिए 5 करोड़ रुपये की इनामी राशि की घोषणा की थी।
अचानक हृदयघात और परिवार का दुःख
काले के निधन ने मुंबई क्रिकेट जगत को सदमे में डाल दिया है। उनके असमयिक निधन की खबर सुनकर उनके परिवार और दोस्तों में शोक की लहर दौड़ गई है। काले के परिजन ने बताया कि वे हमेशा से ही उत्साही और ऊर्जा से भरे हुए थे और क्रिकेट के प्रति उनका जुनून बेहतरीन था। उनकी इस अकस्मात विदाई ने उनकी उपलब्धियों और उनके स्वभाव को एक गहरी छाप छोड़ दी है।
फैसले और क्रिकेटर समुदाय के प्रति समर्पण
उनके कार्यकाल के दौरान लिए गए फैसलों ने उन्हें एक प्रेरणास्रोत बना दिया था। उन्होंने हमेशा घरेलू क्रिकेटरों के अधिकारों और उनके भरण-पोषण पर विशेष ध्यान दिया। वरिष्ठ घरेलू क्रिकेटरों के मैच फीस को बढ़ाकर काले ने मुंबई क्रिकेट संघ के खिलाड़ियों को महत्वपूर्ण आर्थिक संबल प्रदान किया था।
रणजी ट्रॉफी के लिए उदार घोषणा
काले के समर्पण का एक और उदाहरण तब सामने आया जब उन्होंने 2023-24 सीजन की रणजी ट्रॉफी विजेता टीम के लिए 5 करोड़ रुपये की इनामी राशि की घोषणा की। यह राशि खिलाड़ियों के मानसिक साहस और उनकी कड़ी मेहनत की मान्यता स्वरुप थी। इस कदम ने न केवल खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया बल्कि क्रिकेट संघ को भी एक मजबूत स्थिति में ला दिया।
अमोल काले का निधन उनके परिवार, मित्रों और क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। उनके योगदान और उनके नेतृत्व की प्रतिबद्धता को सदैव याद किया जाएगा।
Shiva Sharifi
11.06.2024काली के निधन की खबर ने दिल को बहुत घायिल कर दिया। वह हमेशा ऊर्जावान और जोशीले रहे हैं, ऐसे व्यक्तित्व को याद रखना आसान नहीं। उनका योगदान मुंबई क्रिकेट में अनमोल रहा, यही हम सभी को याद रहेगा। आशा करता हूँ कि उनका परिवार जल्दी ही शान्ति पाए।
Ayush Dhingra
12.06.2024इंसाफ़ की बात करूँ तो, ऐसे बड़े अधिकारियों की अचानक मृत्यु के पीछे कुछ छुपा नहीं हो सकता। यह एक सिचुएशन है जिससे राजनैतिक दांव-प्रत्यास्था भी जुड़ी होती है। हमें इस मामले को तह तक जांचना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ दोहराई न जाएँ।
Vineet Sharma
14.06.2024अरे यार, इतने बड़े आदमी की मौत और फिर भी ‘क्रिकेय़ट’ की चर्चा।
Aswathy Nambiar
15.06.2024कभी कभी सोचना पड़ता है कि इस दुनियादारी में हम सब कितना फँसे हुए हैं। काले जी की लाइफ़स्टाइल इतनी फुल-ऑन थी कि उनका हर कदम एक "समष्या" बन जाता था। पर उनका इरादा हमेशा खिलाड़ियों के बेहतरी के लिए था, यही बात हमें याद रखनी चाहिए।
Ashish Verma
16.06.2024बहुत दुख की बात है 😢। काले जी का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार को ढेर सारी ताक़त और शान्ति मिले। 🙏
Hitesh Kardam
17.06.2024सब कहते हैं ये बस एक और दुखद समाचार है, पर मैं कहूँगा कि अब मुंबई क्रिकेट की सच्ची तस्वीर सामने आएगी।
Sanjay Kumar
18.06.2024काले जी ने हमेशा खिलाड़ियों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी, यही उनके असली ईरादे थे। उनका मिशन अब भी हमारे दिलों में जीवित है।
adarsh pandey
19.06.2024उनका काम और समर्पण हमेशा प्रेरणा देगा। यह सच है कि उन्होंने घरेलू क्रिकेटरों के लिए कई अहम फैसले लिये। हमें उनके योगदान को कभी नहीं भूलना चाहिए।
swapnil chamoli
21.06.2024क्या कोई ध्यान देता है कि ऐसे बड़े पदाधिकारियों की अचानक मृत्यु के पीछे कौन सी छुपी हुई साज़िश हो सकती है? शायद यह सिर्फ एक सामान्य हृदयाघात नहीं बल्कि किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है।
manish prajapati
22.06.2024आइए हम सब मिलकर उनके सपनों को आगे बढ़ाने की कोशिश करें। सकारात्मक ऊर्जा से हम उनके परिवार को समर्थन दे सकते हैं।
Rohit Garg
23.06.2024क्या कहूँ, उनका इंट्री जैसे ही आया तो सबको लगा था कि क्रिकेट का नया दौर शुरू हो गया। 5 करोड़ की इनामी रकम से खिलाड़ी तो खुशी-खुशी झूम उठे। अब वापस आकर उनकी यादों को एन्हांस करना हमारा फर्ज है।
Rohit Kumar
24.06.2024अमोल काले जी के निधन ने न केवल क्रिकेटिंग सर्कल को बल्कि सम्पूर्ण खेल प्रेमियों को गहरी शोक में डाल दिया है।
उनकी यात्रा 47 वर्ष की थी, पर उन्होंने इस छोटे समय में कई बड़े बदलाव लाए।
सुपर-इंटर्नेट जमाना में, उनका दृष्टिकोण बेहद प्रगतिशील था।
उन्हें सबसे ज्यादा याद रखने योग्य बात यह थी कि उन्होंने हमेशा घरेलू खिलाड़ियों के अधिकारों को प्रोटेक्ट किया।
मैच फीस बढ़ाने का उनका निर्णय, बीसीसीआई के दिशा-निर्देशों के साथ एक सामंजस्यपूर्ण कदम था।
उन्होंने रेड-बॉल क्रिकेट को प्रमोट किया, जिससे कई युवा खिलाड़ी को नई औसत मिली।
तमाम योजनाओं के पीछे उनका लक्ष्य था भारतीय क्रिकेट को बेसिक लेवल से ग्रीन लाइट देना।
उनका कार्यकाल कुछ हद तक राजनीति से जुड़ा था, पर उनका ध्यान हमेशा खिलाड़ियों पर रहा।
देश के युवा खिलाड़ियों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए उन्होंने कई इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को शुरू किया।
उनकी 5 करोड़ की इनामी राशि ने रणजी ट्रॉफी विजेताओं को नई ऊर्जा प्रदान की।
यह राशि सिर्फ़ एक वित्तीय प्रोत्साहन नहीं, बल्कि सम्मान का प्रतीक थी।
काले जी ने अपने पद की जिम्मेदारी को बहुत गंभीरता से निभाया, यह तथ्य सबको पता है।
उनके द्वारा किए गए कई कार्यों का प्रभाव अगले कई दशकों तक दिखेगा।
संकट के समय में उन्होंने सहयोगियों को सांत्वना दी और टीम स्पिरिट को मजबूत किया।
उनके निधन की ख़बर से सभी में शोक की भावना उमड़ आई है।
वास्तव में, उनका जीवन एक प्रेरणा स्रोत है और हम सभी को उनके आदर्शों को आगे बढ़ाना चाहिए।
Hitesh Kardam
25.06.2024देखो, ये सब किस्से सिर्फ़ विदेशी मीडिया को दिखाने के लिए होते हैं। असली मुद्दा तो यह है कि हमारे देश के अंदर ही इन खेलों की असली जरूरत है। हमें विदेश में खेलते मौतों को लेकर नहीं, बल्कि अपने मैदानों को मजबूत बनाने पर फोकस करना चाहिए।
Nandita Mazumdar
26.06.2024इतना सैर्कैज़ क्यों? ग़म में भी शालीनता रखो।
Aditya M Lahri
27.06.2024सच्ची बात है, हमें अपनी बुनियादी सुविधाओं में सुधार पर ध्यान देना चाहिए। यही राष्ट्रीय भावना है। 🙌
Vinod Mohite
29.06.2024कॉलैबोरेटिव एन्हांसमेंट मॉड्यूल को इंटीग्रेट करने से एन्ड-टु-एन्ड प्रोसेस इम्प्रूवमेंट साइकिलेज भी एन्हांस हो सकते हैं।
Rishita Swarup
30.06.2024क्या आपको नहीं लगता कि इस 'हर्ट एटैक' के पीछे कोई छुपा हुआ एलीट प्लान है? न्यूयॉर्क में इतने बड़े व्यक्ति का अचानक निधन, शायद कोई गुप्त एजेंसी का कार्य हो सकता है।
anuj aggarwal
1.07.2024सबको थकान सही है, पर इतने बायजक साधारी से बात नहीं करनी चाहिए। काले जी का निधन एक बड़ी हार है, और हमें इस पर गँभीरता से चर्चा करनी चाहिए।
Sony Lis Saputra
2.07.2024वास्तव में, उनके योगदान को समझने के लिए हमें उनके निर्णयों की गहरी एनालिसिस करनी चाहिए। क्या उन्होंने सही दिशा में कदम बढ़ाए थे? यह सवाल अभी भी उठता है।