हरारे के हरारे स्पोर्ट्स क्लब में 24 जुलाई, 2025 को एक ऐसा मुकाबला हुआ जिसने टी20 क्रिकेट के इतिहास में एक नया पन्ना लिख दिया। न्यूजीलैंड ने जिम्बाब्वे को 60 रन से धूल चटाई, जिसमें स्पिनर इश सोधी ने अपने करियर का सबसे बेहतरीन बॉलिंग प्रदर्शन किया — 4 ओवर में केवल 12 रन देकर 4 विकेट। यह मैच T20I ट्राई-सीरीजहरारे का छठा मुकाबला था, और इसके बाद न्यूजीलैंड ने फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया।
बल्लेबाजी का नाटक: सीफर्ट और रविंद्र का जोड़ा
जीत का आधार बना न्यूजीलैंड का बल्लेबाजी प्रदर्शन। टिम सीफर्ट ने 75 रन की शानदार पारी खेली, जो उनकी टूर्नामेंट में दूसरी लगातार अर्धशतक थी। उनके साथ रचिन रविंद्र ने 39 गेंदों में 63 रन बनाकर जोड़ी बनाई — ये जोड़ा 64 रन का था, और इसने न्यूजीलैंड को 190/6 तक पहुँचाया। ये टोटल जिम्बाब्वे के लिए बहुत बड़ा था, खासकर जब आप देखें कि हरारे के मैदान पर 200 के आसपास का स्कोर अक्सर जीत का आधार होता है।
माइकल ब्रेसवेल ने 15 रन बनाए, लेकिन उनका आउट होना एक बड़ा मोड़ था — जिम्बाब्वे के पेसर रिचर्ड न्गारावा ने विकेटकीपर के हाथों एक शानदार कैच से उन्हें आउट किया। यह न्गारावा का चौथा विकेट था, जिससे उन्होंने जिम्बाब्वे की बॉलिंग के लिए एक उज्ज्वल बिंदु बनाया।
गेंदबाजी का बर्बरी: इश सोधी का जादू
लेकिन जब बात बॉलिंग की आती है, तो ये मैच इश सोधी का था। जब न्यूजीलैंड ने अपनी टीम में चार बदलाव किए, तो कई लोग सोधी को एक रिस्की चॉइस समझ रहे थे। लेकिन उन्होंने सबको चुप करा दिया। पहले ओवर में ही उन्होंने ओपनर ब्रायन बेनेट को 1 रन पर आउट किया — एक बारिश के बाद नमी वाले मैदान पर एक घुमावदार गेंद ने बेनेट की बल्लेबाजी को बेकार बना दिया।
सोधी ने अपने चौथे ओवर में जिम्बाब्वे के कप्तान सिकंदर राजा को भी आउट किया, जिन्होंने केवल 4 रन बनाए। जब राजा आउट हुए, तो जिम्बाब्वे की टीम का दिल टूट गया। उनके बाद टोनी मुन्योंगा और अन्य बल्लेबाज भी बिना किसी रोक-थाम के गिरने लगे। सोधी की गेंदें जैसे बर्फ के टुकड़ों की तरह थीं — नरम, लेकिन बेहद खतरनाक।
जिम्बाब्वे की बॉलिंग: एक चमक, एक अंधेरा
जिम्बाब्वे की बॉलिंग टीम ने शुरुआत में अच्छा प्रदर्शन किया। न्गारावा ने 4 विकेट लिए, और टिनोटेंडा मैपोसा ने 2 विकेट लिए। लेकिन जब बात दूसरे पावरप्ले और मिडिल ओवर्स की आई, तो उनकी गेंदबाजी में दरार आ गई। ट्रेवर ग्वांडू के 3 ओवर में 40 रन देने के बाद न्यूजीलैंड ने अपनी टीम को बचाया।
जिम्बाब्वे के बॉलिंग कोच डगलस मैरिलियर ने मैच के बाद कहा, "हमने बॉलिंग में वादा किया था, लेकिन मिडिल ओवर्स में गलतियाँ हो गईं। जब दबाव बढ़ा, तो हम वापस आए — लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।"
फाइनल की राह खुली: न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका का टकराव
इस जीत के साथ न्यूजीलैंड ने ट्राई-सीरीज में अपनी तीनों मैच जीत लीं। वहीं, दक्षिण अफ्रीका ने भी अपनी सभी दो मैच जीत लीं, जिससे दोनों टीमें फाइनल के लिए क्वालीफाई हो गईं। फाइनल 26 जुलाई को वहीं, हरारे स्पोर्ट्स क्लब में होगा।
इस टूर्नामेंट का उद्देश्य सिर्फ जीत-हार नहीं था। दोनों टीमें ICC T20 वर्ल्ड कप 2026अमेरिका के लिए तैयारी कर रही थीं। जिम्बाब्वे ने अफ्रीका के प्रतिनिधि के रूप में क्वालीफाई किया है, जबकि न्यूजीलैंड फुल मेंबर के तौर पर सीधे क्वालीफाई हो गया।
प्रशिक्षण और भविष्य: जिम्बाब्वे के लिए क्या आगे है?
जिम्बाब्वे क्रिकेट यूनियन के सीईओ सुरेश बगाले ने कहा, "हमारे खिलाड़ियों को इस तरह के उच्च स्तर के प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ खेलने का अवसर बहुत कीमती है। यह टूर्नामेंट हमारे विश्व कप के लिए एक टेस्ट बेंच है।"
जिम्बाब्वे के लिए यह मैच एक दर्द भरा अनुभव था, लेकिन उनके युवा खिलाड़ियों ने दिखाया कि उनमें भी टॉप-लेवल क्रिकेट के लिए क्षमता है। अगर उन्हें लगातार अच्छे मैचों का अवसर मिलता रहे, तो 2026 के वर्ल्ड कप में वे एक अप्रत्याशित खतरा बन सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
इश सोधी का यह प्रदर्शन किस तरह असामान्य है?
इश सोधी ने T20I में 4 ओवर में 12 रन और 4 विकेट लेकर अपना करियर का सर्वश्रेष्ठ बॉलिंग प्रदर्शन किया। यह आंकड़ा न्यूजीलैंड के लिए T20I में सबसे कम रन देकर 4 विकेट लेने का रिकॉर्ड है। इससे पहले केवल दो गेंदबाजों ने इस तरह का प्रदर्शन किया था — दोनों ही ऑस्ट्रेलियाई थे।
जिम्बाब्वे के लिए इस हार का क्या प्रभाव होगा?
जिम्बाब्वे की बल्लेबाजी टीम का विश्वास टूट गया है — उनके टॉप 6 में से पाँच खिलाड़ी 20 रन से कम बना पाए। यह वर्ल्ड कप से पहले एक चेतावनी है। लेकिन उनकी बॉलिंग टीम, खासकर न्गारावा और मैपोसा, ने अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे भविष्य के लिए उम्मीद है।
न्यूजीलैंड की टीम में चार बदलाव क्यों किए गए?
न्यूजीलैंड के सेलेक्शन कमेटी के अध्यक्ष गैविन लार्सन ने बताया कि इस टूर्नामेंट का उद्देश्य नए खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मैचों में टेस्ट करना था। सोधी के अलावा तीन और खिलाड़ियों को अवसर दिया गया, जिससे टीम की गहराई का परीक्षण हुआ।
हरारे स्पोर्ट्स क्लब का मैदान कैसा है?
1891 से चल रहा यह मैदान अफ्रीका का सबसे पुराना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम है। यहाँ गेंद धीमी चलती है, और स्पिनर्स के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसलिए सोधी का प्रदर्शन यहाँ और भी अधिक प्रभावशाली लगा। लेकिन बल्लेबाजों के लिए यहाँ रन बनाना मुश्किल होता है।
फाइनल में न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच क्या अंतर है?
न्यूजीलैंड की टीम में अनुभवी खिलाड़ी ज्यादा हैं, जबकि दक्षिण अफ्रीका की टीम अधिक युवा और तेज है। न्यूजीलैंड का बल्लेबाजी बैट गहरा है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका की बॉलिंग अधिक विविध है। यह मुकाबला शायद टीम के रणनीति और दबाव प्रबंधन पर निर्भर करेगा।
ICC T20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए न्यूजीलैंड की तैयारी कैसी है?
न्यूजीलैंड के लिए यह ट्राई-सीरीज एक आदर्श तैयारी रही। उन्होंने अपने टॉप ऑर्डर को अच्छी तरह टेस्ट किया, स्पिनर्स को अपनी भूमिका में आत्मविश्वास दिया, और टीम के लिए एक जीत का दिमाग बनाया। अगर यही फॉर्म बना रहे, तो वे वर्ल्ड कप में एक बड़ा खिलाड़ी बन सकते हैं।
Amar Yasser
17.11.2025इश सोधी ने तो बस जादू किया था। ये बॉलिंग देखकर लगा जैसे गेंद खुद ही बल्लेबाज के पैरों के बीच में घुस रही हो। न्यूजीलैंड के लिए ये मैच सिर्फ जीत नहीं, बल्कि भविष्य की उम्मीद थी।
Sreeanta Chakraborty
17.11.2025इस जीत के पीछे कोई गुप्त साजिश है। न्यूजीलैंड के खिलाफ जिम्बाब्वे को हारने का नियम बना दिया गया है। ये सब वर्ल्ड कप के लिए एक रणनीति है। आप देखेंगे, अगले मैच में भी ऐसा ही होगा।
Saurabh Shrivastav
19.11.2025ओह भाई, इश सोधी ने 4 ओवर में 12 रन दिए? बस ये देखो कि उनके बाद कौन बल्लेबाजी करने आता है। जिम्बाब्वे के खिलाड़ी तो गेंद देखकर भी नहीं बोल पाए। ये न्यूजीलैंड का टीम नहीं, ये तो एक बॉलिंग एजेंसी है।
Ajay Kumar
21.11.2025ये सब बहुत अच्छा लगा लेकिन आपने देखा कि जिम्बाब्वे के बल्लेबाज ने बस एक गेंद देखी और बैट उठाया नहीं। वो तो बस एक तरह का ट्रेनिंग था जिसमें न्यूजीलैंड ने अपने नए खिलाड़ियों को फिट करने का फैसला किया। ये सब एक बड़ा राज है जिसे आपको बताया नहीं जा रहा। जब आप देखेंगे तो समझ जाएंगे कि ये सिर्फ एक मैच नहीं बल्कि एक संकेत था।
Steven Gill
22.11.2025मुझे लगता है इश सोधी का ये प्रदर्शन सिर्फ टेक्निकल नहीं बल्कि भावनात्मक भी था। उन्होंने अपने अंदर के डर को हराया और उसे गेंद के रूप में बाहर निकाल दिया। जिम्बाब्वे के बल्लेबाज भी बस इतना चाहते थे कि वो भी ऐसा कर पाएं। ये मैच एक आत्मा की लड़ाई थी।
fatima almarri
24.11.2025स्पिनर्स के लिए हरारे का मैदान बहुत खास है। ये जमीन जैसे बोलती है - जब गेंद आती है तो वो बस एक चुप्पी बन जाती है और फिर बल्लेबाज के खिलाफ फुसफुसाती है। सोधी ने उस चुप्पी को सुन लिया। इस तरह की बॉलिंग तो सिर्फ एक योगी कर सकता है।
deepika singh
26.11.2025ये मैच देखकर मेरा दिल भर गया। इश सोधी की गेंदें तो बस बर्फ के टुकड़े थे - नरम लेकिन दिल तोड़ देने वाली। जिम्बाब्वे के युवा खिलाड़ियों ने भी अच्छा दिखाया, अगली बार वो जीतेंगे। हमें उन्हें अभी भी देखना है।
Divya Johari
28.11.2025यह खेल अत्यधिक अनैतिक रूप से व्यवस्थित है। न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों को अनुभवी बनाने के लिए जिम्बाब्वे का उपयोग किया जा रहा है। यह खेल की भावना के विरुद्ध है।
Aniket sharma
28.11.2025जिम्बाब्वे के लिए ये हार बहुत दर्द भरी लगी लेकिन ये एक सीख है। उनके युवा खिलाड़ियों ने दिखाया कि वो भी बड़े खिलाड़ी बन सकते हैं। अगर उन्हें इसी तरह के मौके मिलते रहें तो वो वर्ल्ड कप में अपना नाम दर्ज करेंगे।
ankit singh
28.11.2025न्यूजीलैंड के चार बदलाव बहुत समझदारी से किए गए थे। सोधी के अलावा दूसरे तीन खिलाड़ियों को भी मौका मिला। अगर ये टीम इसी तरह आगे बढ़े तो वर्ल्ड कप में बहुत खतरनाक बन जाएगी।
Unnati Chaudhary
28.11.2025क्या आपने देखा जब राजा आउट हुए? उनका चेहरा देखकर लगा जैसे कोई उनकी आत्मा निकल गई हो। इश सोधी ने न सिर्फ विकेट लिया बल्कि एक दिल भी तोड़ दिया।
Pratiksha Das
29.11.2025मैंने तो सोधी के बारे में नहीं सुना था लेकिन आज उन्होंने मुझे रोमांचित कर दिया। ये तो बस एक गेंदबाज नहीं बल्कि एक कवि है जो गेंद के साथ कविता लिख रहा है।
devika daftardar
30.11.2025मैंने ये मैच देखकर रो दिया। जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों की लड़ाई देखकर लगा जैसे वो अपने सपनों के लिए लड़ रहे हों। ये न्यूजीलैंड की जीत नहीं, ये तो एक अप्रत्याशित जीत है जो हर एक युवा खिलाड़ी के दिल में बसती है।
Prince Chukwu
30.11.2025अरे भाई, इश सोधी को तो अभी तक न्यूजीलैंड का सबसे बड़ा खिलाड़ी नहीं माना जा रहा था। अब तो उन्हें बाजी मार दी। लेकिन ये सब तो बस एक नियो-कैपिटलिस्ट फेक इवेंट है जिसे आप वर्ल्ड कप के लिए बनाया गया है। ये सब एक ब्रांडिंग ट्रिक है।
Vijendra Tripathi
2.12.2025ये मैच देखकर मुझे याद आया जब मैं अपने गाँव में बल्ला लेकर खेलता था। गेंद जब लगती तो लगता जैसे दुनिया रुक गई। इश सोधी ने आज उसी जादू को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिखाया। बहुत बढ़िया खेल।