ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में चोटों के बावजूद ऑस्ट्रेलिया की चुनौती

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ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में चोटों के बावजूद ऑस्ट्रेलिया की चुनौती

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की ओडीआई राइवलरी पर एक नजर

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच ओडीआई क्रिकेट में मुकाबला काफी पुराना और दिलचस्प रहा है। 161 मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने 91 मुकाबलों में जीत दर्ज की है तो वहीं इंग्लैंड केवल 65 बार विजयी हो सका है। दोनों टीमों के बीच अब तक 2 मुकाबले टाई रहे हैं, जबकि 3 मैच किसी कारण खत्म नहीं हो सके। इस ऐतिहासिक पक्ष को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा पहले से ही भारी है।

हाल ही में हुए चैंपियंस ट्रॉफी मुकाबलों में, इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया पर 3-2 की बढ़त बनाई है, हालांकि पिछले पांच मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया ने तीन बार जीत हासिल की है। खासकर सितंबर 2024 में हुए एक महत्वपूर्ण सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 3-2 से मात दी थी।

2025 चैंपियंस ट्रॉफी: दोनों टीमों के लिए बड़ी चुनौती

2025 चैंपियंस ट्रॉफी: दोनों टीमों के लिए बड़ी चुनौती

2025 में हुए चैंपियंस ट्रॉफी के एक मैच में, जोस इंग्लिस की अभूतपूर्व पारी ने ऑस्ट्रेलिया को 351/8 का स्कोर चेस करने में मदद की और इंग्लैंड को 5 विकेट से हराया। इस मैच में बेन डकेट का 165 रन का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की जीत के बावजूद कायम रहा।

ऑस्ट्रेलिया को हालांकि इस बार कई अहम खिलाड़ियों की चोटों का सामना करना पड़ रहा है। पैट कमिंस, जोश हेजलवुड, और मिचेल मार्श जैसे प्रमुख खिलाड़ी अनुपलब्ध हैं, जिससे टीम की क्षमता प्रभावित हुई है। दूसरी ओर, इंग्लैंड पिछले भारत दौरे में 0-3 की शिकस्त के बाद खुद को साबित करने के लिए बेताब होगी।

लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम की बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर इंग्लैंड की नई बल्लेबाजी ऑप्शन से उम्मीद होगी कि वे बदलाव की ताकत दिखा सकें। वहीं ऑस्ट्रेलिया चाहेगा कि उनके खिलाड़ी वैश्विक मंच पर अपने प्रदर्शन को बरकरार रखें। यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह न केवल उनका फॉर्म बल्कि उनकी मानसिक तैयारी का भी परीक्षण होगा।

मनीष तिलक

लेखक के बारे में मनीष तिलक

मैं एक पत्रकार हूँ और भारतीय दैनिक समाचारों पर लिखने का काम करता हूँ। मैं राजनीति, सामाजिक मुद्दे, और आर्थिक घटनाक्रम पर विशेष ध्यान देता हूँ। अपने लेखन के माध्यम से, मैं समाज में जागरूकता बढ़ाने और सूचनात्मक संवाद को प्रेरित करने का प्रयास करता हूँ।

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