आईपीओ आवंटन: जल्दी और सरल तरीके से जानें अपनी स्थिति
आईपीओ में आवेदन किया और अब जानना चाहते हैं कि आपको शेयर मिले या नहीं? यह पेज सीधे, सरल और काम की जानकारी देता है—कहां चेक करना है, कब क्रेडिट होगा, रिफंड कैसे आता है और मिल जाने पर क्या कदम उठाने चाहिए।
आईपीओ आवंटन कैसे काम करता है?
जब किसी कंपनी का आईपीओ बंद होता है, तो रजिस्ट्रार आवेदनों की गिनती कर allotment ratio तय करते हैं। रिटेल, नॉन-इंस्टिट्यूशनल और क्वालिफाइड इन्वेस्टर्स की अलग-अलग कोटा होती है। अगर आवेदन ओवरसब्सक्राइब होता है तो रेडी के हिसाब से पतला-सा कट लगता है और लॉटरी-माइंडेड केस में छोटे-छोटे शेयर आवंटित होते हैं।
ASBA (Bank Blocking) के जरिए ग्राहक की राशि बैंक खाते में ब्लॉक रहती है—आवंटन होने पर ही पैसे डेबिट होते हैं, नहीं तो बैंक राशि अनब्लॉक कर देता है।
किस तरह चेक करें कि आवंटन हुआ या नहीं?
सबसे तेज़ तरीके:
- रजिस्ट्रार की वेबसाइट पर IPO Allotment Status पेज — नाम से या PAN/DP ID/Client ID डालकर चेक करें (Link Intime, KFintech, Bigshare आदि)।
- आपके ब्रोकिंग अकाउंट में आवेदन सेक्शन — कई ब्रोकर्स allotment नोटिफिकेशन भेजते हैं।
- बैंक/ASBA के ऑनलाइन पोर्टल या मोबाइल ऐप — कभी-कभी बैंक भी स्थिति दिखाते हैं।
- CDSL/NSDL में डीमैट क्रेडिट चेक करें — allotted शेयर मिलने के बाद वही दिखेंगे।
टाइमलाइन? आम तौर पर आवंटन रिज़ल्ट 4–6 कारोबारी दिन में आता है। रिफंड और शेयर क्रेडिट 1–3 दिनों में हो जाते हैं, पर यह निर्भर करता है कि रजिस्ट्रार और एक्सचेंज कब अपडेट करते हैं।
अगर आवंटन नहीं हुआ तो आपको रिफंड मिल जाएगा—ASBA में ब्लॉक हट जाएगा और बैंक खाते में पैसा वापस आ जाएगा। रिफंड में देरी लगे तो रजिस्ट्रार की साइट या बैंक से संपर्क करें।
क्या मिलते ही बेचना चाहिए? यह आपकी रणनीति पर निर्भर करता है। कुछ लोग लिस्टिंग गेन के लिए तुरंत बेच देते हैं, जबकि दीर्घकालिक निवेशक कंपनी के बुनियादी संकेत देखने के बाद रखते हैं। याद रखें: ट्रेडिंग पर टैक्स और STT लागू होता है। छोटे-समय के (12 महीने से कम) लाभ पर सामान्यतः शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन्स नियम लागू होते हैं—टैक्स नियम समय के साथ बदलते हैं, इसलिए अपने टैक्स सलाहकार से कन्फर्म कर लें।
आवंटन बढ़ाने के टिप्स: एक ही PAN से दो बार एक ही श्रेणी में आवेदन नहीं कर पायेंगे—गलत तरीके से आवेदनों को डुप्लीकेट माना जाएगा। यदि आप रिटेल निवेशक हैं तो सटीक क्वांटिटी और बेहतर चांस के लिए छोटे-छोटे ब्रॉकर लिमिट्स के साथ सही कोटा चुनें। कई लोग मल्टीपल ऐप्लिकेशन करने की बजाय सही कैटेगरी में एक साफ़ आवेदन देते हैं—यहां नियमों का पालन जरूरी है।
समस्या होने पर किससे संपर्क करें: पहले रजिस्ट्रार की हेल्पलाइन, फिर ब्रोकिंग फर्म, और अगर समाधान न निकले तो एक्सचेंज/SEBI शिकायत पोर्टल का सहारा लें।
संक्षेप में: आवंटन चेक करने के लिए रजिस्ट्रार या ब्रोकिंग पोर्टल सबसे तेज़ है, ASBA आपको अनावश्यक डेबिट से बचाता है, और मिलने पर आप या तो लिस्टिंग पर बेचें या दीर्घकालिक सोच के साथ रखें। स्पष्ट सवाल हो तो अपना PAN/रजिस्ट्रार डिटेल्स लेकर अपना मामला चेक कर लें।
मण्बा फाइनेंस का आईपीओ आवंटन: आवेदन स्थिति की जांच करें, GMP और लिस्टिंग तिथि
मण्बा फाइनेंस, एक मुंबई आधारित गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC), ने अपने शेयरों के आवंटन को अंतिम रूप दिया है। कंपनी ने कुल 150.84 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इस आईपीओ के प्रति निवेशकों की भारी दिलचस्पी रही और इसे कुल 224.10 गुना सब्सक्राइब किया गया। कंपनी के शेयर बीएसई और एनएसई पर 30 सितंबर को सूचीबद्ध होंगे।
- के द्वारा प्रकाशित किया गया Savio D'Souza
- 27 सितंबर 2024
- टिप्पणि [ 0
]
-
व्यापार
और अधिक