ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) क्या है और यह क्यों मायने रखता है
अगर आप IPO में निवेश करते हैं तो 'ग्रे मार्केट प्रीमियम' अक्सर दिखता ही है। इसे संक्षेप में GMP कहते हैं। GMP बताता है कि अनौपचारिक मार्केट में किसी IPO के शेयर की कीमत लिस्टिंग के दिन कितनी प्रीमियम पर बिक रही है। यह आधिकारिक नहीं होता, पर अक्सर लिस्टिंग की उम्मीद का संकेत देता है।
GMP क्या है?
GMP एक अनौपचारिक संकेतक है। प्रमोटर या ब्रोकर्स के जरिए नहीं, बल्कि ग्रे मार्केट में तीसरे पक्षों की ट्रेडिंग से बनता है। कोई भी व्यक्ति, ऑफ-मार्केट पर, अगले दिन की लिस्टिंग के लिए शेयरों पर भरपूर डिमांड होने पर प्रीमियम मांग सकता है। उदाहरण: अगर IPO का इश्यू प्राइस ₹1000 है और ग्रे मार्केट में लोग ₹200 प्रीमियम दे रहे हैं, तो GMP = ₹200। इसका अर्थ यह माना जाता है कि लिस्टिंग पर बायर्स कीमत ₹1200 पर खरीदना चाह रहे हैं।
GMP का सही इस्तेमाल कैसे करें
GMP को अकेले निवेश निर्णय का आधार मत बनाइए। यह सिर्फ मार्केट सेंटिमेंट का संकेत है, जो जल्दी बदल सकता है। GMP चेक करते समय इन पॉइंट्स पर ध्यान दें:
- IPO की सब्सक्रिप्शन रिपोर्ट: अगर रिटेल और क्वालिफाईड इन्स्टिट्यूशनल ऑर्डर ज़्यादा हैं तो GMP बढ़ सकता है।
- कंपनी के फ़ंडामेंटल्स: लाभ, ग्रोथ, प्रतियोगियों की पे-आउट और वैल्यूएशन देखें। अच्छा GMP तब तक मायने रखता है जब कंपनी मजबूत हो।
- मार्केट मूड और सेगमेंट: कमजोर मार्केट में अधिक GMP भी धुंधला पड़ सकता है।
- लिस्टिंग से पहले के ताजा न्यूज और एंकर्स: एंकर निवेशकों की हिस्सेदारी और प्राइस बैंड से अंदाजा लगाया जा सकता है।
व्यवहारिक उदाहरण: मान लीजिए IPO प्राइस ₹500 और GMP ₹150 है। ग्रे मार्केट का अनुमान लिस्टिंग प्राइस ~₹650 बताता है। पर अगर सब्सक्रिप्शन कम था या कंपनी का नेगेटिव समाचार आया, तो लिस्टिंग कम भी हो सकती है।
GMP कैसे देखें? कई वित्त समाचार साइट्स, ट्विटर पर IPO trackers और कुछ ऐप्स GMP दिखाते हैं। पर उनकी विश्वसनीयता अलग-अलग होती है। जो स्रोत बार-बार अपडेट देते हैं और ऐतिहासिक ट्रैक रिकॉर्ड रखते हैं, उन्हें प्राथमिकता दें।
जोखिम समझिए: GMP पारदर्शी नहीं होता और कानूनन सीमाएँ भी हैं। यह इंडिकेटिव होता है, ट्रेडिंग का आधिकारिक आधार नहीं। इसलिए अगर आपका मकसद छोटा-समय का मुनाफा है तो भी संतुलित दृष्टि रखें—रिस्क मैनेजमेंट जरूरी है।
आखिर में, GMP एक उपयोगी संकेतक है पर दिमाग से इस्तेमाल करें। अगर आप नए निवेशक हैं तो GMP को पढ़कर उत्साहित होना ठीक है, पर निवेश से पहले कंपनी की रिपोर्ट, सब्सक्रिप्शन डेटा और अपने जोखिम-सहनशीलता को जाँचना ज्यादा जरूरी है। ऐसे कदम आपको आवेगी फैसलों से बचाएंगे।
मण्बा फाइनेंस का आईपीओ आवंटन: आवेदन स्थिति की जांच करें, GMP और लिस्टिंग तिथि
मण्बा फाइनेंस, एक मुंबई आधारित गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC), ने अपने शेयरों के आवंटन को अंतिम रूप दिया है। कंपनी ने कुल 150.84 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इस आईपीओ के प्रति निवेशकों की भारी दिलचस्पी रही और इसे कुल 224.10 गुना सब्सक्राइब किया गया। कंपनी के शेयर बीएसई और एनएसई पर 30 सितंबर को सूचीबद्ध होंगे।
- के द्वारा प्रकाशित किया गया Savio D'Souza
- 27 सितंबर 2024
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