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Tata Capital का ₹15,511.87 करोड़ IPO 6 अक्टूबर को खुला, पहले दिन 39% सब्सक्रिप्शन और GMP में 4% बढ़ोतरी के साथ। यह 2025 का सबसे बड़ा भारतीय सार्वजनिक पेशकश है।
और अधिकजब बात Tata Capital IPO, Tata Capital Ltd. द्वारा पहले सार्वजनिक पेशकश का संकेतक, जो कंपनी को शेयर बाजार में लाने का मुख्य कदम है. इसे अक्सर Tata Capital के शेयर सार्वजनिक कहा जाता है। यह IPO, इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग, पहला सार्वजनिक शेयर जारी करने की प्रक्रिया का एक प्रमुख उदाहरण है। साथ ही, यह Tata Group, भारत की सबसे बड़ी कॉंग्लोमरेट कंपनियों में से एक, जिसकी विभिन्न व्यवसायिक शाखाएँ हैं के वित्तीय सेवा शाखा को सार्वजनिक मंच पर लाने की पहल है। अब आप सोच रहे होंगे, यह सब क्यों महत्वपूर्ण है? चलिए, इसके मुख्य पहलुओं को विस्तार से देखते हैं।
पहला सवाल अक्सर आता है – कितना पैसा जुटाया जाएगा? इस IPO में लगभग 6,000 करोड़ रुपये की इश्यू साइज निर्धारित की गई है, जिसमें 5,500 करोड़ रुपये नई इक्विटी और 500 करोड़ रुपये मौजूदा शेयरधारकों के शेयर बेचने से आएँगे। मूल्य बैंड 900 से 950 रुपये प्रति शेयर तय किया गया, जिससे निवेशकों को थोड़ा मार्जिन मिलता है। दूसरा महत्वपूर्ण एट्रीब्यूट है सब्सक्रिप्शन दर; पहले चरण में 30‑50‑20 (QIB‑NII‑Retail) के आधार पर विभाजन हुआ और कुल मिलाकर सब्सक्रिप्शन 20‑गुना रहा, यानी मांग बहुत अधिक थी। यह आंकड़े बताते हैं कि टाटा कैपिटल की वित्तीय सेवा क्षमता को मार्केट कितना भरोसा दे रहा है। अंत में, लिस्टिंग की तारीख 30 सितंबर तय हुई, जिससे निवेशकों को जल्द ही ट्रेडिंग शुरू करने का मौका मिलेगा। ये सभी तथ्य आपके निर्णय को ठोस बनाते हैं।
अब सवाल है – निवेशकों को क्या आकर्षित करता है? Tata Capital का मुख्य कारोबार ऋण‑आधारित वित्तीय सेवाएँ, एसेट‑फाइनेंस और कंज्यूमर लोन है, जो भारत में तेज़ी से बढ़ते सेगमेंट हैं। Tata Group की बैकिंग पावर और ब्रांड वैल्यू इस कंपनी को भरोसेमंद बनाती है। साथ ही, RBI के उद्देश्यों के तहत “वित्तीय समावेशन” को बढ़ावा देने वाले प्रोडक्ट्स को लेकर Tata Capital की रणनीति बाजार में आगे बढ़ती दिखती है। इस प्रकार, IPO सिर्फ फंड जुटाने का साधन नहीं, बल्कि कंपनी की भविष्य की ग्रोथ प्लान को भी सार्वजनिक रूप से दर्शाता है।
इसीलिए, अगर आप इस IPO में भाग लेना चाहेंगे, तो प्रक्रिया को समझना ज़रूरी है। सबसे पहले, डीमैट अकाउंट खोलें या मौजूदा अकाउंट में फंड शेयर खरीदने के लिए पर्याप्त रखें। फिर अपनी ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म या अपने डिमैट ब्रोकर के माध्यम से एप्लिकेशन फ़ॉर्म भरें, जिसमें पैन, आधार और बैंक विवरण भरना होगा। एप्लिकेशन फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 15 अप्रैल तय है, और डिजिटल सिग्नेचर के साथ आप आसानी से अपने आवेदन को अंतिम रूप दे सकते हैं। सब्सक्रिप्शन के बाद, अगर आपके अप्लिकेशन को स्वीकृति मिलती है, तो आपको अलॉटमेंट नोटिफिकेशन मिलेगा, जिसके बाद शेयर आपके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएंगे और ट्रेडिंग शुरू हो जाएगी। यह पूरी प्रक्रिया लगभग दो हफ़्ते में पूरी हो जाती है, बशर्ते सभी दस्तावेज़ सही हों।
साथ ही, कुछ अतिरिक्त विचार भी रखें। ग्रे‑मार्केट प्रीमियम, वैकल्पिक बिडिंग विकल्प, और फ़्लेक्सिबल प्राइस बैंड जैसी बातें निवेशकों को बेहतर रिटर्न देने में मदद कर सकती हैं। वित्तीय सेवा सेक्टर पर RBI के रेगुलेशन, NPA स्तर, और डिजिटल लेंडिंग प्लेटफ़ॉर्म का विकास भी आपके निवेश की लम्बी अवधि की रिटर्न को प्रभावित करेगा। इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, आप Tata Capital IPO को एक समझदार निवेश विकल्प के रूप में देख सकते हैं। नीचे दी गई सूची में इस टैग से जुड़ी नवीनतम खबरें, विश्लेषण और बाजार की गतिशीलता के बारे में विस्तृत लेख मिलेंगे, जो आपके निर्णय को और बेहतर समर्थन देंगे।
 
                                
                                                                Tata Capital का ₹15,511.87 करोड़ IPO 6 अक्टूबर को खुला, पहले दिन 39% सब्सक्रिप्शन और GMP में 4% बढ़ोतरी के साथ। यह 2025 का सबसे बड़ा भारतीय सार्वजनिक पेशकश है।
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