तुर्की ने अंकारा के पास रक्षा फर्म पर हुए हमले के बाद सीरिया और इराक में PKK लक्ष्यों पर की हवाई हमले

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तुर्की ने अंकारा के पास रक्षा फर्म पर हुए हमले के बाद सीरिया और इराक में PKK लक्ष्यों पर की हवाई हमले

तुर्की का हवाई अभियान: PKK लक्ष्यों पर ताजा हमले

तुर्की ने हाल ही में सीरिया और इराक में स्थित कुर्दिश वर्कर्स पार्टी (PKK) के ठिकानों पर बड़ा हवाई हमला किया है। तुर्की इस संगठन को आतंकी मानता है और इसने अपने इलाके में लंबे समय से अशांति फैलाने का आरोप लगाया है। यह हवाई हमला उस वक्त आया जब अंकारा के पास स्थित तुर्की की एक महत्वपूर्ण रक्षा फर्म पर हमला किया गया था। यह फर्म तुर्की के राष्ट्रीय एयरोस्पेस कंपनी से संबद्ध है, और इस हमले में पांच लोग मारे गए थे।

अंकारा के पास हमले का विवरण

हादसा तब हुआ जब दो हमलावरों ने तुर्की एयरोस्पेस कंपनी की मुख्यालय पर हथियारों से लैस होकर हमला किया। उन्होंने एक टैक्सी को कब्जे में ले लिया था, जिसमें चालक की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद मुख्यालय में प्रवेश करते हुए, उन्होंने विस्फोटक लगाए और अंधाधुंध firing शुरू कर दी। इस दुर्घटना में चार लोग, जिनमें एक security guard और एक mechanical engineer शामिल थे, मारे गए। दोनों हमलावर मारे गए और 20 से अधिक लोग घायल हो गए।

हवाई हमले

हमला के बाद तुर्की ने PKK से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाते हुए सीरिया और इराक में हवाई हमले किए। तुर्की के राष्ट्रीय इंटेलिजेंस संगठन का कहना है कि उन्होंने उन ठिकानों को चुनकर हमला किया जहाँ से PKK काम कर रही थी। इसमें उनकी सैन्य अड्डे, खुफिया केंद्र, ऊर्जा संयंत्र, बुनियादी सुविधाएं और गोला-बारूद के भंडार शामिल थे। एक सुरक्षा अधिकारी ने जानकारी दी कि इस अभियान में सशस्त्र ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया था।

SDF और सिविल जनहानि

इस हमले का जवाब मिलने के बाद, कुर्दिश-नेतृत्व वाली लोकतांत्रिक बलों (SDF) ने कहा कि तुर्की के इन हवाई हमलों में 12 सिविलियनों की मौत हुई है। यह संगठन अमेरिकी समर्थन प्राप्त है और उनका कहना है कि हवाई हमले के दौरान तुर्की द्वारा नागरिक क्षेत्रों, bakeries, ऊर्जा स्टेशन और तेल सुविधाओं को निशाना बनाया गया था।

कुर्दिश संघर्ष की पृष्ठभूमि

PKK का संघर्ष 1980 के दशक से ही चल रहा है और इसका उद्देश्य स्वायत्तता है। इस संघर्ष में अब तक हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। तुर्की और उसके पश्चिमी सहयोगी देशों ने PKK को एक आतंकवादी संगठन घोषित किया है। यह हाल ही में तब हुआ जब तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान के सहयोगी एक दूर-दराज़ राष्ट्रवादी पार्टी के नेता ने प्रस्ताव रखा कि यदि PKK का प्रमुख अब्दुल्ला ओजलान हिंसा से तौबा करता है तो उसे पैरोल दी जा सकती है।

मनीष तिलक

लेखक के बारे में मनीष तिलक

मैं एक पत्रकार हूँ और भारतीय दैनिक समाचारों पर लिखने का काम करता हूँ। मैं राजनीति, सामाजिक मुद्दे, और आर्थिक घटनाक्रम पर विशेष ध्यान देता हूँ। अपने लेखन के माध्यम से, मैं समाज में जागरूकता बढ़ाने और सूचनात्मक संवाद को प्रेरित करने का प्रयास करता हूँ।

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