विजय का अंतिम पर्दे पर प्रदर्शन: 'थलपथी 69'
तमिल सिनेमा के मशहूर अभिनेता विजय, जिन्होंने तीन दशक से अधिक समय तक अपने अभिनय से लोगों का मनोरंजन किया है, अब अपनी अंतिम फिल्म 'थलपथी 69' के लिए कमर कस चुके हैं। यह कदम उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करने से पहले उठाया है, जिससे उनके प्रशंसकों में उत्साह और भावनाओं का तूफान उठ खड़ा हुआ है।
राजनीतिक सफर की शुरुआत
विजय ने फरवरी में अपनी राजनीति पार्टी, 'तमिलगा वेट्री कषगम' की घोषणा की थी और सितंबर में इस पार्टी को निर्वाचन आयोग से मान्यता प्राप्त हुई। यह कदम उनकी लंबे समय से चली आ रही चाहत का परिणाम है, जिसमें वे समाज और राज्य के भले के लिए कुछ ठोस करना चाहते हैं। राजनीति में प्रवेश से पहले विजय ने अपने अभिनय करियर को एक भव्य अंतिम अध्याय देने का निर्णय लिया है।
प्रशंसकों की भावनाएं
जब KVN प्रोडक्शन्स ने शुक्रवार को ट्विटर पर विजय की आगामी फिल्म 'थलपथी 69' की पहली झलक दी, तो प्रशंसकों के मन में जय-जयकार और उदासी का मिश्रण सा देखने को मिला। वे इस फिल्म को विजय का अंतिम नृत्य कहकर संबोधित कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर उनका नया ट्रेंड 'वन लास्ट डांस' चल पड़ा है, जिसमें वे विजय के प्रति अपनी भावनाओं का इजहार कर रहे हैं।
थलपथी 69 की प्रतीक्षा
इस आखिरी फिल्म का निर्माण बेंगलुरु स्थित KVN प्रोडक्शन्स कर रही है। शुक्रवार को KVN प्रोडक्शन्स ने विजय के हिट फिल्मों के दृश्य और उनके प्रशंसकों के साथ की यादें शेयर की, जिसमें लिखा था, 'थलपथी के प्रति प्रेम। हम सब आपके फिल्मों के साथ बड़े हुए हैं और आप हमारे जीवन का हिस्सा रहे हैं। उन 30 सालों से अधिक के मनोरंजन के लिए धन्यवाद विजय।' इसकी आधिकारिक घोषणा शनिवार को की जाएगी।
विजय का फिल्मी सफर
विजय ने 1992 में फिल्म 'नालैया थीरपू' से अपने करियर की शुरुआत की थी और इसके बाद 'कोयम्बटूर मापिल्लई', 'लव टुडे', 'खुशी', और 'घिली' जैसी हिट फिल्मों से तमिल सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाई। हाल ही में उनकी फिल्म 'द ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम', जिसका निर्देशन वेंकट प्रभु ने किया था, 5 सितंबर को रिलीज हुई थी।
फिल्म उद्योग की प्रतिक्रिया
तमिल सिनेमा उद्योग और विजय के सहयोगी उनके इस निर्णायक कदम को लेकर सम्मान और गर्व महसूस कर रहे हैं। उनकी अंतिम फिल्म 'थलपथी 69' को लेकर फिल्म उद्योग में भारी उत्सुकता है। विजय का यह सजीव प्रदर्शन वास्तव में एक महत्वपूर्ण अध्याय बनकर रहेगा, जिससे उनके प्रशंसक और साथी कलाकार स्थायी यादें बना सकेंगे।
भविष्य की योजनाएं
राजनीति में अपने भविष्य को लेकर विजय बेहद गंभीर हैं। उनके अनुसार, वे समाज में सुधार और विकास के लक्ष्य के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने जा रहे हैं। उनके राजनीतिक चलन में शामिल उनकी पार्टी 'तमिलगा वेट्री कषगम' को जनता से काफी समर्थन और अपार स्नेह मिल रहा है।
निष्पक्षता और उद्देश्य
विजय ने हमेशा से ही अपने कार्यों में निष्पक्षता को महत्व दिया है। चाहे वह अभिनय हो या राजनीतिक गतिविधियाँ, उनका उद्देश्य हमेशा जनता की सेवा और उनका भला करना रहा है। उनकी फिल्मी सफर के दौरान उनके द्वारा निभाए गए किरदारों में भी उनकी मानवता और समाजिक जिम्मेदारी साफ दिखाई देती है।
विजय का 'थलपथी 69' निश्चित रूप से एक ऐसा अनुभव होने जा रहा है, जिसे उनके प्रशंसक और तमिल सिनेमा प्रेमी हमेशा दिल में संजोकर रखेंगे।
swapnil chamoli
13.09.2024विजय की राजनीति में कूदना बस एक बड़ी मास्करेड है, जहाँ पावर बर्गेनर अपनी छद्म-इडियोलॉजी को छिपाते हैं। उनका “तकलीफ‑मुक्त” चित्रण असली एलेइट दिमाग़ीय योजना का हिस्सा है। मीडिया को इस फ़िल्म को “अंतिम नृत्य” कहकर रीलैबिलिटी को धोखा देने की कोशिश कर रहा है। असल में, यह सब वैधता को घेरने के लिए एक गुप्त एलायमेंट दिखाता है।
manish prajapati
15.09.2024विजय का आखिरी फिल्म देखना एक मीठी विदाई जैसा है, और साथ ही नई शुरुआत की उम्मीद भी मिलती है। उनका एनीमेशन और डांस दर्शक को प्रेरणा देता है। इस फ़िल्म के जरिए वह अपने फैंस के साथ एक आखिरी जश्न मनाएंगे। राजनीति में उनका कदम हमें एक सकारात्मक बदलाव ला सकता है, इस पर भरोसा रखो।
Rohit Garg
16.09.2024देखो भाई, विजय का करियर तो एक ओपन बुक है, हर फिल्म में नई सीख छिपी होती है। “थलपथी 69” में उसके एक्शन सीन को क्लासिक माना जाएगा, क्योंकि वह अब तक का सबसे तेज़ स्टंट करने वाला है। साथ ही, उसकी राजनीति में प्रवेश एक तरह से दर्शकों को सामाजिक मुद्दों से जोड़ने का जरिया बन सकता है। पुराने टाइम के “कोयम्बटूर मापिल्लई” जैसा ही रोमांच इस नई फ़िल्म में दिखेगा, बस सेटिंग अलग है। मैं तो मानता हूँ कि यह फ़िल्म एक सांस्कृतिक माइलस्टोन बन जाएगी।
Rohit Kumar
17.09.2024विजय की ‘थलपथी 69’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक सामाजिक प्रयोग है जो तमिल सिनेमा में नई दिशा तय करेगा। इस फिल्म में दर्शक न केवल उनकी एथलेटिक क्षमता को देखेंगे, बल्कि उनके राजनीतिक विचारों की झलक भी मिलेगी। प्रो़डक्शन की टीम ने कहा है कि कहानी में ग्रामीण जीवन के संघर्षों को बड़े पर्दे पर लाया गया है, जिससे शहरी और ग्रामीण दोनों वर्गों को जोड़ने की कोशिश होगी। कहानी में थलपथी की छायाचित्रण के साथ आधुनिक तकनीक का मिश्रण है, जो दर्शकों को अद्भुत दृश्य प्रदान करेगा। इस फिल्म की पटकथा में कई सामाजिक मुद्दों जैसे जल अधिकार, कृषि संकट, और महिला सशक्तिकरण को प्रमुखता से उठाया गया है। इसके अलावा, विजय ने अपने निहितार्थ को स्पष्ट करने के लिए कई वास्तविक घटनाओं को आधार बनाया है, जिससे कहानी और भी प्रामाणिक लगती है। संगीत भी इस कथा को समर्थन देगा, क्योंकि इसमें पारम्परिक धुनों और आधुनिक बीट्स का अद्भुत संगम है। फ़िल्म की शूटिंग बेंगलुरु में हुई, जहाँ अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया, लेकिन ग्रामीण परिदृश्य को सटीक रूप से दर्शाने के लिए स्थानीय कलाकारों को भी शामिल किया गया। इस पहल ने स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए, जो सामाजिक विकास की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। फिल्म के प्रीमियर में कई राजनीतिक हस्तियों ने भी भाग लिया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक सामाजिक संदेश भी है। दर्शकों को यह फिल्म देखने के बाद एक नई जागरूकता का अनुभव होगा, क्योंकि विजय ने व्यक्तिगत अनुभवों को बड़े सामाजिक मुद्दों के साथ जोड़ दिया है। इस परियोजना में मीडिया का सहयोग भी महत्वपूर्ण रहा, जिसने फिल्म के प्रचार के साथ-साथ उसके संदेश को भी विस्तारित किया। यहाँ तक कि फिल्म के पोस्टर में भी थलपथी की छवि को शक्ति और साहस का प्रतीक बताया गया है। इस प्रकार ‘थलपथी 69’ एक बहुस्तरीय कला कृति बन जाएगी, जहाँ मनोरंजन और सामाजिक जागरूकता एक साथ चलेंगे। अंत में, जब विजय ने इस फिल्म को अपना आखिरी नृत्य कहा, तो वह न केवल अपनी फिल्मी यात्रा को समाप्त करने की बात कर रहा था, बल्कि एक नई सामाजिक भूमिका में कदम रखने की भी घोषणा कर रहा था। इसलिए सभी को इस फ़िल्म को देखना चाहिए, क्योंकि यह एक जली हुई परंपरा को फिर से चमकाएगा।
Hitesh Kardam
19.09.2024विजय का ये कदम भारतीय सिनेमा के लिए धक्का है।
Nandita Mazumdar
20.09.2024जैसा कि आप कह रहे हैं, ये सब अफवाहें नहीं बल्कि वास्तविक सत्ता की साज़िशें हैं; विजय ने इस फिल्म से अपना आखिरी कारवाँ चलाया है, जिससे देशभक्तों को गहरी चिंता है।
Aditya M Lahri
21.09.2024सही कहा तुमने, ये फ़िल्म उनके फैंस के लिए एक बड़ा तोहफा है 😊 हम सबको मिलकर उनका समर्थन करना चाहिए और राजनीति में भी उनका साथ देना चाहिए।
Vinod Mohite
22.09.2024थेरेथाल स्पेक्ट्रा इकॉनॉमिक्स कन्फर्म्ड लॉन्चेड प्रोजेक्ट इंटेग्रेटेड कंटेंट कोर इम्प्लीमेंटेड शॉर्टकट वाला मॉडल उपयोग किया गया
Rishita Swarup
24.09.2024ऐसे लग रहा है कि इस पार्टी का नाम कोई गुप्त कोड हो सकता है, शायद ‘तमिलगा वेट्री कषगम’ असली में एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है।
anuj aggarwal
25.09.2024आपके विश्लेषण में बहुत अधिक अटकलें हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि विजय की फिल्म मार्केटिंग बजट में अतिरंजित खर्च किया गया है, जिससे बॉक्स ऑफिस पर वास्तविक सफलता पर सवाल उठता है।
Sony Lis Saputra
26.09.2024क्या आप जानते हैं कि ‘थलपथी 69’ की शूटिंग के दौरान एक पुराने लोकतांत्रिक आंदोलन की तस्वीरें अनजाने में फ्रेम में आ गईं, जो फिल्म को अनपेक्षित ऐतिहासिक मूल्य देती हैं।
Kirti Sihag
27.09.2024वाह, यह तो बहुत ही रोमांचक है! 🎭 इस तरह की अनजानी झलकें फिल्म को और भी दिलचस्प बना देती हैं, ऐसा लगता है जैसे इतिहास ने हमें एक नया नज़ारा दिखाया हो।
Vibhuti Pandya
29.09.2024विजय के इस अंतिम नृत्य को एक नई शुरुआत के रूप में देखना चाहिए, जहाँ फिल्म और राजनीति दोनों ही समाज की सेवा में योगदान दें।