यूरो 2024 में फैंस द्वारा पिच पर आकर सेल्फी लेने पर पुर्तगाल प्रबंधक की चिंता
यूरो 2024 के दौरान तुर्की के खिलाफ पुर्तगाल की 3-0 से शानदार जीत ने टीम के प्रशंसकों में उत्साह की लहर पैदा कर दी। इस मैच में क्रिस्टियानो रोनाल्डो की लोकप्रियता को देखते हुए कई फैंस पिच पर आ पहुंचे। इन फैंस का एकमात्र उद्देश्य रोनाल्डो के साथ सेल्फी लेना था। हालांकि, हर बार ये घटनाएं सुरक्षित नहीं होतीं और इसको लेकर पुर्तगाल प्रबंधक रॉबर्टो मार्टिनेज ने चिंता जताई है।
खिलाड़ियों की सुरक्षा पर विचार
रॉबर्टो मार्टिनेज ने फैंस की इन हरकतों को खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए खतरा बताया। उनका मानना है कि ऐसी घटनाएं खेल के मूल भूत सिद्धांतों के खिलाफ हैं और इन्हें रोकने के लिए व्यवस्थापकों को सख्त कदम उठाने चाहिए। स्टेडियम में खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसे किसी भी हाल में अनदेखा नहीं किया जा सकता।
यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशन (UEFA) ने भी इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त की है और सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की योजना बनाई है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का वादा किया है कि भविष्य में ऐसी कोई भी दुर्घटना न हो सके।
प्रशंसकों की गैर जिम्मेदाराना हरकतें
इस मैच के दौरान एक छोटे बच्चे ने रोनाल्डो के साथ सेल्फी लेने की कोशिश की, जिससे रोनाल्डो ने खुशी से स्वीकार कर लिया। लेकिन स्थिति तब बिगड़ गई जब एक बड़े उम्र का प्रशंसक भी रोनाल्डो के साथ फोटो लेने के लिए पिच पर आ गया। इससे रोनाल्डो को काफी गुस्सा आया और वे नाराज दिखे।
इसके अलावा, जब कुछ प्रशंसकों को सुरक्षा कर्मियों ने रोका, तब एक सुरक्षा कर्मी गलती से पुर्तगाल के खिलाड़ी गोंकालो रामोस को पकड़ लिया। इस घटना के बाद UEFA ने साफतौर पर कहा कि कोई भी पिच आक्रमण करने वाले प्रशंसक को तुरंत बाहर निकाल दिया जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्हें आने वाले टूर्नामेंटों में प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
कप्तान की प्रतिक्रिया
पुर्तगाल के कप्तान बर्नार्डो सिल्वा ने इन घटनाओं को परेशान करने वाला बताया लेकिन इसे खतरा नहीं माना। उन्होंने माना कि विश्व प्रसिद्ध खिलाड़ियों के साथ खेलने के यह नकारात्मक पहलू हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि ऐसे मामलों से निपटने के लिए अधिक सख्त प्रबंध किए जाएंगे।
रोनाल्डो का महत्वपूर्ण योगदान
इस मैच में रोनाल्डो ने यूरोपियन चैंपियनशिप में अपना आठवां असिस्ट देकर एक रिकॉर्ड की बराबरी की। हालांकि, वे इस टूर्नामेंट में अभी तक कोई गोल नहीं कर पाए हैं। यह उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ है, लेकिन पिच पर फैंस की इन हरकतों ने उनके प्रदर्शन पर भी असर डाला है।
इस तरह की घटनाओं से साफ है कि जब बड़े नाम मैदान पर होते हैं, तो फैंस का उत्साह भी चरम पर होता है। हालांकि, यह ध्यान में रखना चाहिए कि खिलाड़ियों की सुरक्षा और खेल की मर्यादा हमेशा पहले आनी चाहिए। उम्मीद है कि UEFA और अन्य संबंधित प्राधिकरण इन मसलों को गंभीरता से लेंगे और आवश्यक कदम उठाएंगे।
आने वाले मुकाबलों में, इन सुरक्षा प्रबंधों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने की आवश्यकता है ताकि खेल का आनंद खेल प्रेमियों तक पूरी सतर्कता के साथ पहुंचे।
sona saoirse
23.06.2024पिच पर फैंस का अटकलेंबाज आना सिर्फ एक छोटा मुद्दा नहीं, यह खेल की बुनियादी सूरत को नष्ट करता है। सबसे पहले, खिलाड़ी सुरक्षित रहें, यही नियम होना चाहिए, पर अक्सर यह अनदेखा हो जाता है। UEFA की सुरक्षा संबंधी गाइडलाइन में स्पष्ट लिखा है कि कोई भी गैर‑खिलाड़ी पिच में कदम नहीं रखेगा। यह नियम तो हर बड़े टूर्नामेंट में लागू किया जाता है, फिर भी कुछ फैंस खुद को किसे रोकते हैं? फैंस के पास रचनात्मक ऊर्जा है, पर वह सही दिशा में उपयोग नहीं हो रही। सेल्फी के लिए लाइन में खड़ा होना, फैंस को एक झलक देता है कि वे सितारा के करीब हैं, लेकिन असली सितारा को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। हर बार जब कोई फैन पिच पर धकेलता है, तो यह खेल के प्रेक्षकता को भी खतरनाक बना देता है। प्रबंधक मार्टिनेज ने सही बात कही, लेकिन अब शब्द नहीं, कार्रवाई चाहिए। सुरक्षा गैडजेट, जैसे बाड़ा और अधिक कड़ी सुरक्षा टीम, आवश्यक हैं। ऐसी घटनाओं से बच्चों को भी गलत संदेश मिलता है कि नियम तोड़ना ठीक है। वह बच्चा जिसे रोनाल्डो ने हँसी में फोटो दिया, अगले दिन देखेगा कि अनियमितता का परिणाम क्या हो सकता है। अगर हम आज नहीं रोकेंगे, तो कल बड़े सितारे भी इन समस्याओं में फँस सकते हैं। इस कारण से क्लबों को चाहिए कि वे फैंस को अनुशासन सिखाएँ, न कि सिर्फ उन्हें उत्सव में पसेँ। अनुभव से पता चलता है कि दोबारा ऐसी लापरवाही नहीं होनी चाहिए। इस बात को समझते हुए, हमें सभी स्तरों पर सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। अंत में, यह हम सभी की ज़िम्मेदारी है कि खेल को सम्मान और सुरक्षा के साथ देखा जाए।
VALLI M N
4.07.2024अरे यार, ये सब फैंस की लापरवाही से हमारी राष्ट्रीय गर्व की इज्जत घटती है 😡! हम भी कहीं ऐसा ही नहीं देखना चाहते कि विदेशी मैनेजर को हर छोटी‑छोटी बात पर चिल्लाना पड़े। अगर पिच सुरक्षित नहीं रही तो हमारी टीम की जीत का क्या मतलब? हमको चाहिए कि स्टेडियम में कड़ी ड्यूटी हो, ताकि कोई भी बिन बुलाए खिलाड़ी के पास न जा सके। एही सही तरीका है द्याने रखने का! 💪
Aparajita Mishra
14.07.2024ओह, क्या बात है! फैंस की "बिन बुलाए" खुशी अब सबसे बड़े इवेंट की नई एंट्री बन गई है 🙄। लेकिन चलो, अगर सब इस तरह से अपने सितारों की फोटो नहीं ले पाए तो क्या Instagram पर फ़ॉलोअर्स कम पड़ेंगे? वैसे, सुरक्षा का मुद्दा वाकई में फैंस के लिए एक नया ट्रेंड हो सकता है – "पिच पर नहीं, लेकिन दिल में हमेशा"।
Shiva Sharifi
25.07.2024मैं देखता हूँ कि बहुत सारे लोग फैंस की एंट्री से परेशान हैं, लेकिन एक बात याद रखें – खेल के बाद स्टेडियम में साफ‑सफ़ाई और मज़बूत सुरक्षा की ज़रूरत है। इस साल UEFA ने नई डिटेक्शन सिस्टम पेश की है, जिससे कैमरा फैंस की लापरवाही को तुरंत पहचान लेता है। अगर हम सभी मिलकर इसका समर्थन करें, तो भविष्य में इस तरह की समस्या नहीं होगी। बस थोड़ा धैर्य और सहयोग चाहिए 🙏।
Ayush Dhingra
4.08.2024ज्यादा फ़िल्टरिंग नहीं चाहिए, लेकिन बुनियादी अनुशासन तो हर फैन को मालूम होना चाहिए। कभि‑कभि ऐसा लगता है कि लोग सिर्फ सेल्फी के लिए ही जाते हैं, ऐसे में नियम तोड़ना क़दम‑ब-क़दम ही बढ़ता है। इसी कारण से मैनेजर की चिंता बिलकुल सही है, पर उनका बहाना हैं कि "वो तो सिर्फ एक छोटा‑सा मामला है"। यह छोटा‑सा मामला बड़े ख़तरे की ओर ले जा सकता है।
Vineet Sharma
15.08.2024देखो, कई बार फैंस की अंधी उत्सुकता बड़े खेल के नियमों को बिखेर देती है – जैसे कि एक छोटी‑सी सेल्फी के लिए पूरे मैच का माहौल बिगड़ना। यह कहना कि "कॉल टू एक्शन" है थोड़ा अतिरंजित है, पर सच्चाई यही है कि फैंस को अपनी सीमाएँ समझनी चाहिए।
Aswathy Nambiar
25.08.2024अरे यार, ये फैंस का "स्टेज पर पहुंचना" अब रोज़ की बात बन गयी है, बड़े ही मज़ेदार है! पर सोचो, अगर कल कोई बड़ा सितारा आ गया और पिच पर धूमधाम में गिर गया तो? ऐसे में खेल का फीलिंग बेकाबू हो जाता है। कोई तो समझा करे कि पिच = फैंस का फ्रीज़ ज़ोन नहीं है।
Ashish Verma
4.09.2024इंडिया में अक्सर हम खेल को उत्साह के साथ देखते हैं, पर सुरक्षा को कभी‑कभी पीछे रख देते हैं। यूरो जैसे बड़े टूर्नामेंट में सुरक्षा का स्तर बहुत उँचा होना चाहिए, ताकि हर समर्थक अपने ही देश की गर्व महसूस कर सके और दूसरों को भी सम्मान मिले 😊। यह हमें सिखाता है कि खेल सिर्फ जीत नहीं, बल्कि सम्मान भी है।
Akshay Gore
15.09.2024हम्म, शायद फैंस को थोड़ा कम खींचना चाहिए, लेकिन यही तो खेल को मज़ेदार बनाता है, है न? हमेशा वही नियम नहीं तो बोरियत भरी हो जाएगी।
Sanjay Kumar
25.09.2024सबको सुरक्षित खेल की शुभकामनाएँ 🙏.