आमाल मलिक ने माता-पिता के साथ रिश्ते तोड़ने का किया खुलासा, भावनात्मक उत्पीड़न का लगाया आरोप

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आमाल मलिक ने माता-पिता के साथ रिश्ते तोड़ने का किया खुलासा, भावनात्मक उत्पीड़न का लगाया आरोप

आमाल मलिक का साहसिक कदम

संगीत के क्षेत्र में सफलता हासिल करने वाले आमाल मलिक ने हाल ही में अपनी निजी जिंदगी को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने इंस्टाग्राम के माध्यम से बताया कि वह अपने माता-पिता, डब्बू मलिक और ज्योति मलिक से दूरी बनाने का निर्णय ले चुके हैं। उनके अनुसार, यह फैसला वर्षों से चले आ रहे भावनात्मक उत्पीड़न से उत्पन्न हुआ है, जिसने उनके मानसिक स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित किया।

आमाल ने अपनी पोस्ट में लिखा कि यह निर्णय किसी गुस्से की वजह से नहीं लिया गया बल्कि उनकी मानसिक शांति और आत्म-सुधार के लिए आवश्यक हो गया था। भावनात्मक तनाव ने न केवल उनकी व्यक्तिगत बल्कि उनके भाई अरमान मलिक के साथ उनके संबंधों को भी प्रभावित किया है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि दोनों भाइयों के बीच का संबंध भावनात्मक रूप से अटूट है।

मां की प्रतिक्रिया और आगे का रास्ता

ज्योति मलिक, आमाल की मां, ने इस पर संक्षिप्त प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने आमाल के फैसले का सम्मान किया लेकिन आगे टिप्पणी करने से मना कर दिया। आमाल ने स्पष्ट किया कि भले ही उन्होंने अपने पारिवारिक समीकरणों को बदला है, लेकिन पेशेवर मंच पर वह अपने परिवार के साथ मिलकर काम जारी रखेंगे।

संगीतकार ने 126 संगीत रचनाएं तैयार करने का उल्लेख करते हुए अपनी मेहनत और योगदान को भी स्वीकारा। वे आगे की राह में सकारात्मकता के साथ बढ़ने की उम्मीद करते हैं और खुद को मजबूत करने की दिशा में काम करना जारी रखेंगे। उनकी कहानी आज के नए दौर में मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की चेतना का एक उदाहरण है।

Savio D'Souza

लेखक के बारे में Savio D'Souza

मैं एक पत्रकार हूँ और भारतीय दैनिक समाचारों पर लिखने का काम करता हूँ। मैं राजनीति, सामाजिक मुद्दे, और आर्थिक घटनाक्रम पर विशेष ध्यान देता हूँ। अपने लेखन के माध्यम से, मैं समाज में जागरूकता बढ़ाने और सूचनात्मक संवाद को प्रेरित करने का प्रयास करता हूँ।

टिप्पणि (17)
  • Vinay Chaurasiya
    Vinay Chaurasiya
    21.03.2025

    आमाल का यह फैसला परिवारिक मूल्यों को धूमिल करता है; यह स्पष्ट रूप से अनुचित है, और ऐसे व्यक्तिगत संघर्ष को सार्वजनिक करना अस्वीकार्य है!

  • Selva Rajesh
    Selva Rajesh
    24.03.2025

    आमाल का यह कड़वा आश्रय कलेश और पीड़ा की दास्तान है-मन के गड्ढों में गूँजता हुआ एक बड़ा सितारा! यह गर्व की बात नहीं कि वह अपने ही घर के फर्श को छूड़ रहा है, बल्कि यह एक अनपेक्षित कष्ट का संकेत है। इस निर्णय को झूठा नव्यत्व नहीं, बल्कि एक नष्ट होते रिश्ते की चेतावनी माना जाना चाहिए। असली भावनात्मक शांति तो तभी मिलती है जब हम अपने मूल्यों को न खोएँ।

  • Ajay Kumar
    Ajay Kumar
    26.03.2025

    मन के आँगन में दबे हुए तनाव को उजागर करना आत्म-खोज की प्रथम कड़ी है। आमाल ने अपने भीतर के सर्द आँसुओं को आवाज़ दी, जो एक सच्चे कलाकार में छुपी होती है। अब यह कदम उनके संगीत को नई दिशा दे सकता है।

  • Ravi Atif
    Ravi Atif
    28.03.2025

    आमाल की तरह कई लोग भी छुपे दर्द से जूझ रहे हैं 😔। इस साहसिक कदम से हमें याद दिलाया गया कि खुद की देखभाल पहले आती है 🌱। चलो, हम सब साथ मिलकर इस यात्रा को समर्थन दें! ✨

  • Krish Solanki
    Krish Solanki
    31.03.2025

    परिवारिक गतिशीलता की जटिलता को देखते हुए, आमाल द्वारा प्रस्तुत तर्क को एकतरफा अभिव्यक्ति के रूप में देखना अनुचित है। मौजूदा साक्ष्य यह संकेत देते हैं कि भावनात्मक उत्पीड़न के दावे को प्रमाणित करने हेतु वैध मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन आवश्यक है। अन्यथा, सार्वजनिक मंच पर ऐसे आरोप केवल व्यक्तिगत असंतोष का प्रक्षेपण बन सकते हैं। इसलिए, व्यापक परिप्रेक्ष्य में इस मामले का विश्लेषण आवश्यक है।

  • SHAKTI SINGH SHEKHAWAT
    SHAKTI SINGH SHEKHAWAT
    2.04.2025

    यह सार्वजनिक घोषणा केवल व्यक्तिगत तनाव नहीं, बल्कि एक बड़े सामाजिक प्रयोग का हिस्सा लगती है, जहाँ मीडिया को नियंत्रित कर जनमत को मोड़ना एक स्थापित योजना के तहत हो सकता है। ऐसे समय में, प्रत्येक बयान को परतदार विश्लेषण के बिना स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

  • Vinod Mohite
    Vinod Mohite
    4.04.2025

    साइको-फैमिली डायनामिक्स में एंगेजमेंट मॉड्यूलेशन का उच्चतम स्तर आमाल के डिस्कनेक्ट से स्पष्ट हो रहा है

  • Rishita Swarup
    Rishita Swarup
    7.04.2025

    कभी-कभी व्यक्तिगत दर्द को सार्वजनिक मंच पर लाना आवश्यक होता है, लेकिन साक्ष्य के बिना ऐसे आरोपों को मान्यता देना खतरनाक हो सकता है। इस संदर्भ में, आमाल का अनुभव एकल केस हो सकता है, जबकि व्यापक सामाजिक पैटर्न को समझना आवश्यक है। अंततः, संतुलित दृष्टिकोण से ही सच्चाई का पता चलता है।

  • anuj aggarwal
    anuj aggarwal
    9.04.2025

    आमाल का यह फैसला बस एक नौकटिक दिखावा है, मूल समस्या से भागना सिर्फ आत्म-अभिमान की झलक है। अपनी मनोवैज्ञानिक स्थितियों को टेबल पर लाना ही नहीं, बल्कि उसे ठीक करने का वास्तविक कदम उठाना चाहिए था। नहीं तो यह सब बस दिखावा रहेगा।

  • Sony Lis Saputra
    Sony Lis Saputra
    11.04.2025

    भाई, कभी-कभी परिवार से दूरी बनाना खुद को बचाने का एक ही तरीका हो सकता है। हम सबको समझना चाहिए कि मानसिक स्वास्थ्य सबसे ऊपर है। आशा है तुम अभी भी संगीत में उतनी ही ऊर्जा लाओ जैसे पहले लाते थे।

  • Kirti Sihag
    Kirti Sihag
    13.04.2025

    ओह, यह जार्गन से भरपूर बयान पढ़कर लगा जैसे हम किसी अकादमिक कॉन्फ़्रेंस में हैं 😂। लेकिन असल में, आमाल जैसा कलाकार यही चाहता है कि लोग उसकी भावनाओं को समझें।

  • Vibhuti Pandya
    Vibhuti Pandya
    16.04.2025

    हम सबको इस स्थिति में सहानुभूति दिखानी चाहिए और आमाल को समर्थन देना चाहिए, क्योंकि उनका फैसला व्यक्तिगत स्वास्थ्य को प्राथमिकता देता है। साथ ही, परिवारिक बंधनों को पूरी तरह से तोड़ना हमेशा आसान नहीं होता। इसलिए, इसे समझदारी से देखना ज़रूरी है।

  • Aayushi Tewari
    Aayushi Tewari
    18.04.2025

    आमाल ने अपने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है, जो प्रशंसनीय है। इस कदम से वह अपने व्यक्तित्व को और सुदृढ़ कर सकते हैं। परिवार के साथ पेशेवर सहयोग को बनाए रखना भी एक सकारात्मक पहल है।

  • Rin Maeyashiki
    Rin Maeyashiki
    20.04.2025

    आमाल की यह घोषणा मेरे दिल को छू गई है, क्योंकि कई लोग ऐसी ही दुविधा में फंसते हैं।
    वह अपने सच्चे आत्म को खोजने के लिए साहसी कदम उठा रहा है।
    पारिवारिक दबाव अक्सर रचनात्मक ऊर्जा को रोकते हैं।
    जब कोई कलाकार इन बाधाओं को तोड़ता है, तो उसकी संगत शक्ति बढ़ती है।
    मैं देख चुका हूँ कि कई संगीतकार अपनी आवाज़ तभी बुलंद करते हैं जब वे अपने भीतर की अँधेरों को उजागर करते हैं।
    आमाल ने भी यही किया, और यह एक प्रेरणा का स्रोत बन गया।
    बिना झिझक के वह अपने दर्द को संगीत में बदल रहा है।
    इस प्रक्रिया में वह न केवल खुद को बल्कि लाखों युवा श्रोताओं को भी प्रोत्साहित कर रहा है।
    मन की शांति की खोज में वह एक नई दिशा अपना रहा है।
    ऐसे कदमों से समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ती है।
    आइए हम सब इस यात्रा में उनका साथ दें, चाहे शब्दों में या कार्यों में।
    हर एक का समर्थन उनके संगीत को और भी गहरी भावना देगा।
    वह संगीत की भाषा में अपने दर्द को सुंदरता में बदल रहा है।
    हमें उसके इस साहस को सराहना चाहिए, क्योंकि यह हमें भी अपने जीवन में बदलाव लाने की प्रेरणा देता है।
    मैं आशा करता हूँ कि इस नई ऊर्जा से वह और भी रंगीन रचनाएँ तैयार करेगा।
    स्वस्थ मस्तिष्क के साथ, उसका संगीत और भी चमकदार और वास्तविक होगा।

  • Paras Printpack
    Paras Printpack
    23.04.2025

    ओह, क्या शानदार फैंसिलिटी है, आमाल ने पब्लिक को अपना दर्द बाहर निकाला-जैसे यह कोई नयी ट्रेंड हो! असल में, जनता को तो बस ये देखना है कि सिलेब्रिटी कब अपनी निजी जिंदगी का सिनेमा बनाते हैं।

  • yaswanth rajana
    yaswanth rajana
    25.04.2025

    आइए, हम यह मानें कि आमाल का यह निर्णय व्यक्तिगत स्वास्थ्य की रक्षा हेतु एक संरचित कदम है। इस प्रक्रिया में उनके संगीतात्मक विकास को निरंतर समर्थन देना आवश्यक है। साथ ही, परिवारिक संबंधों को पुनर्स्थापित करने के प्रयास भी प्रशंसनीय हैं।

  • Roma Bajaj Kohli
    Roma Bajaj Kohli
    27.04.2025

    देश की संस्कृति और संगीत का सम्मान तभी होगा जब कलाकार अपने व्यक्तिगत विवादों को राजनीति में नहीं उतारें। आमाल को चाहिए कि वह राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देते हुए अपने संगीत को राष्ट्रीय ध्वज के रंगों में डुबोए।

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