सोनिया गांधी की तबियत ठीक, जल्द मिल सकती है छुट्टी
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुरुवार सुबह उनकी तबियत खराब होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनका उपचार जारी है। डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हैं, लेकिन उनका स्वास्थ्य स्थिर है और उन्हें शुक्रवार तक छुट्टी मिलने की संभावना है।
78 वर्षीय सोनिया गांधी, जो पिछले दिसंबर 2024 में एक साल बड़ी हुईं, वर्तमान में डॉक्टरों की निगरानी में हैं। पार्टी के सूत्रों के अनुसार, फिलहाल उनके स्वास्थ्य को लेकर कोई बड़ा खतरा नहीं है। हालांकि, अस्पताल में भर्ती होने की खबर से कांग्रेस पार्टी में चिंता का माहौल है।
संसद में उठाए थे महत्वपूर्ण मुद्दे
सोनिया गांधी ने हाल में संसद के बजट सत्र में भाग लिया था, जो फरवरी 13 को आयोजित हुआ था। इस दौरान, उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत लाभार्थियों की पहचान के लिए पुरानी 2011 की जनगणना डेटा का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस गलत पहचान के कारण लगभग 14 करोड़ लोग खाद्य सुरक्षा लाभ से वंचित रह गए हैं।
पिछले कुछ वर्षों में, सोनिया गांधी की सेहत को लेकर कई बार चर्चाएँ हुई हैं। पहले भी उनका स्वास्थ्य देखभाल के लिए अस्पतालों में जाना पड़ा है। इस बार उनकी हालत संबंधी रिपोर्टें चिंता का विषय नहीं बन रही हैं। लेकिन फिर भी, कांग्रेस पार्टी के लोग उनकी जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं, क्योंकि वो संगठन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
Aayushi Tewari
21.02.2025सोनिया गांधी जी को सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती देखना चिंताजनक है, लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि उनका स्वास्थ्य स्थिर है, जिससे आशावाद बढ़ रहा है।
Rin Maeyashiki
2.03.2025सच में, इस खबर ने पूरे देश को हिला दिया है!
सोनिया जी की उम्र का भी कुछ नहीं कहना, वह अब भी राजनीति की धड़कन में हैं।
भले ही उन्होंने पिछले साल एक साल बड़ी हुईं, पर उनका इरादा अभी भी अटूट है।
डॉक्टरों ने कहा कि उनका स्वास्थ्य स्थिर है, इसलिए हम सभी को आशावादी रहना चाहिए।
परिवार और पार्टी के लोगों ने बड़ी सहानुभूति दिखा रही है।
ऐसे मोमेंट्स में ही असली ताकत दिखती है, जब नेता खुद को कमजोर नहीं बनने देते।
हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह संसद में उठा रहे मुद्दे अभी भी प्रासंगिक हैं।
खाद्य सुरक्षा एक्ट की बात, जो उन्होंने उठाई थी, वह पूरे देश के लिए मायने रखती है।
उनके स्वास्थ्य के बारे में कई अफवाहें चल रही थीं, पर अब सच्चाई सामने आई है।
एक बार फिर से दिख गया कि मीडिया को सच्चाई से परे बहुत कुछ नहीं देखना चाहिए।
हम सभी को उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करनी चाहिए।
संघर्ष के इस दौर में उनका उत्साह हमें प्रेरित करता रहेगा।
जब तक वह ठीक नहीं हो जातीं, तब तक कांग्रेस पार्टी में उनकी जगह नहीं भरेगी।
ऐसे नेता एक बार फिर दिखाते हैं कि उम्र बस एक संख्या है।
आशा है कि वह जल्दी से जल्दी फिर से आम लोगों के बीच आएँगी और अपना काम जारी रखेंगी।
सच में, उनके स्वास्थ्य को लेकर सभी का समर्थन बहुत महत्वपूर्ण है।
Paras Printpack
11.03.2025अच्छा, फिर भी वह 'महासत्ता' की तरह अस्पताल में ही कर रही हैं, असली राजनीति तो वहीं शुरू होती है।
yaswanth rajana
20.03.2025सभी को यह समझना चाहिए कि पार्टी की दिशा में उनका योगदान अत्यावश्यक है, और इस समय में उन्हें पूरी तरह से सहारा देना आवश्यक है।
Roma Bajaj Kohli
29.03.2025देश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए, यह तय होना चाहिए कि वरिष्ठ राजनेताओं को भी समान उपचार मिले, नहीं तो नीति की पत्थर फेंकेगी।
Nitin Thakur
7.04.2025सच कहूँ तो ये सब राजनीति का हिस्सा है डॉक्टरों को भी राजनीति में खींच लेते हैं
Arya Prayoga
16.04.2025उनका इंट्रीग है कि जनता के सवालों को टालते हैं।
Vishal Lohar
25.04.2025वास्तव में, इस रोशनी में देखे तो यह एक मंच का नाटक जैसा लग रहा है जहाँ शक्ति और अभिजात्य का संघर्ष सजावटी रूप में प्रस्तुत हो रहा है।
Vinay Chaurasiya
4.05.2025बिलकुल!!! यह नाटक ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय आत्मा की परीक्षा भी है!!!
Selva Rajesh
13.05.2025सोनिया जी की सेहत की खबर हमें याद दिलाती है कि शक्ति और कमजोरी दोनों ही एक ही शरीर में सह-अस्तित्व में रहते हैं; उनका धैर्य ही इस कहानी को नया मोड़ देगा।
Ajay Kumar
21.05.2025जैसे पुरानी नदी नई धारा ले आती है, वैसे ही राजनीति में भी स्वास्थ्य की लहर कभी नहीं थमती।
Ravi Atif
30.05.2025देखिए, सब मिलकर आशा की रोशनी जलाते हैं 🌟