पर्यावरण: दिल्ली की वायु, PM2.5 और आप क्या करें

दीवाली पर पटाखों की वजह से राजधानी की वायु गुणवत्ता बहुत खराब हो गई। रिपोर्ट में कई इलाकों का AQI 350-400 तक दर्ज हुआ और रात में PM2.5 स्तर खतरनाक रूप से बढ़े। यह सिर्फ एक खबर नहीं; यह आपकी और आपके परिवार की सेहत पर सीधा असर डालता है।

हकीकत समझिए — हवा कितनी खतरनाक थी

AQI 350-400 का मतलब है कि हवा बेहद गंदा है। PM2.5 सूक्ष्म कण फेफड़ों में गहराई तक पहुँचते हैं। उन लोगों के लिए जो बच्चे, बूढ़े या पहले से अस्थमा/दिल की बीमारी से पीड़ित हैं, जोखिम और भी बड़ा होता है। आप रात में ज्यादा असर महसूस कर सकते हैं क्योंकि ठंडी हवा के साथ प्रदूषण ज़मीन के पास जमा हो जाता है।

क्या यह सिर्फ दीवाली की वजह से हुआ? पटाखे बड़ी वजह हैं, खासकर अचानक उच्च प्रदूषण के लिए। लेकिन मौसम, वाहन उत्सर्जन और निर्माण कार्य भी मिलकर स्थिति को और बिगाड़ते हैं।

अब क्या करें — तुरंत और सरल कदम

सबसे पहले, AQI की निगरानी करें। सरकारी साइट (CPCB), SAFAR और मोबाइल ऐप से अपनी locality का रियल-टाइम AQI देखें। जब AQI खराब हो, बाहर निकलना घटाएं।

अगर बाहर निकलना जरूरी है तो N95/FFP2 मास्क पहनें। सामान्य कपड़ों के मास्क PM2.5 से बचाव कम करते हैं। बच्चे और बुजुर्ग को अनावश्यक बाहर न भेजें।

घर के भीतर हवा साफ रखने के लिए खिड़कियाँ बंद रखें, खासकर रात में। अगर आपके पास एयर प्यूरीफायर है तो HEPA फिल्टर वाला चुनें और तेज़ गति पर चलाएँ। अगर प्यूरीफायर नहीं है, तो कमरे में गीला कपड़ा फैलाकर रखें और नियमित रूप से साफ-सफाई करें — गीली पोछ साफ कण जमा कर लेती है।

घर पर खाना बनाते समय चिमनी या एग्जॉस्ट चालू रखें। धुआँ और जलने वाली चीज़ें घर के अंदर न जलाएँ। कार चलाते समय AC को रीसर्कुलेशन मोड पर रखें ताकि बाहर की हवा सीधे न आ सके।

बच्चों की खेल और व्यायाम रोक दें जब AQI खराब हो। व्यायाम से अधिक हवा फेफड़ों में जाती है और हानिकारक कण अधिक अंदर जाते हैं।

स्थानीय स्तर पर आप क्या कर सकते हैं? अगर पड़ोस में कोई खुला जलना या कूड़ा जलाना हो तो स्थानीय प्रशासन को सूचित करें। पेड़ लगाने और सड़कों पर गंदगी कम करने के छोटे-छोटे कदम भी असर डालते हैं।

दीवाली पर पटाखों के विकल्प अपनाएं—लाइटिंग, लेज़र शो, या पारंपरिक दीपक। त्योहार मनाने का मतलब प्रकृति को नुकसान देना नहीं होना चाहिए।

यदि किसी को सांस लेने में तेज़ी से दिक्कत हो, चेस्ट पेन या सिरदर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। पुरानी बीमारियों वाले लोग अपने दवाओं का स्टॉक रखें और जरूरी टेस्ट करवाते रहें।

यह खबर हमें याद दिलाती है कि वायु प्रदूषण अचानक बन सकता है और इसके लिए तैयारी जरूरी है। छोटी-छोटी आदतें—मास्क, एयर फिल्टर, खिड़की बंद रखना—आपके लिए बड़ा फर्क बना सकती हैं।

हमारी साइट पर आप पर्यावरण से जुड़ी ताज़ा रिपोर्ट, AQI अपडेट और व्यवहारिक सुरक्षा सुझाव पाते रहेंगे। अपनी लोकल खबरों पर नजर रखें और अपने इलाक़े के AQI के अनुसार कदम उठाइए।

दिल्ली में दीवाली के पटाखों से खराब हुई वायु गुणवत्ता: प्रदूषण स्तर 400 के करीब

दिल्ली में दीवाली के पटाखों से खराब हुई वायु गुणवत्ता: प्रदूषण स्तर 400 के करीब

सीमित पटाखे जलाने के बावजूद दीवाली के दौरान दिल्ली की वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक बिगड़ गई है। प्रमुख इलाकों में AQI स्तर 350 से 400 के बीच पाया गया, जिससे नागरिकों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। यह स्थिति रात में सबसे अधिक खराब हुई, जब PM 2.5 स्तर खतरनाक ढंग से बढ़ गए। इस बढ़ते प्रदूषण ने सबको स्वच्छ हवा में सांस लेने के मुश्किल बना दिया है।

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