सामान्य ज्ञान: रोज़मर्रा के उपयोगी तथ्य और तैयारी के टिप्स

क्या आपने कभी पाया है कि एक छोटा तथ्य किसी बहस या परीक्षा में बहुत फर्क ला देता है? यही काम सामान्य ज्ञान करता है। यहाँ आपको रोज़मर्रा की जिंदगी, करंट अफेयर्स, इतिहास और विज्ञान से जुड़े सरल और उपयोगी तथ्य मिलेंगे, जिन्हें आप तुरंत समझकर इस्तेमाल कर सकते हैं।

क्या पढ़ना चाहिए और क्यों

सिर्फ़ बड़ी खबरें नहीं, छोटे-छोटे रोचक तथ्य भी काम आते हैं। उदाहरण के तौर पर हमारी एक रिपोर्ट ने बताया कि हाल के जेनेटिक अध्ययन ने क्रिस्टोफर कोलंबस की पहचान पर नई रोशनी डाली — यह पढ़कर इतिहास के कुछ कथित तथ्य बदल से लगते हैं। ऐसे लेख आपको विषय की गंभीरता और नए सबूत दोनों समझाते हैं।

प्रतियोगी परीक्षा, सामान्य बातचीत या ट्रिविया नाइट में काम आए ऐसे तथ्य रोज़ाना पढ़ते रहें। इतिहास, भूगोल, विज्ञान, अर्थव्यवस्था और लोकप्रिय संस्कृति — हर दिन एक छोटा सेक्शन चुनकर पढ़ना असरदार रहता है।

पढ़ने का आसान तरीका और याद रखने के टिप्स

रोज़ाना 15–20 मिनट का रूटीन बनाइए। सुबह की कॉफी के साथ 5-10 संक्षिप्त खबरें पढ़ें और उन्हें तीन शब्दों में संक्षेप करने की कोशिश करें। उदाहरण: कोलंबस - जेनेटिक अध्ययन - यहूदी विरासत। यह तरीका याददाश्त को तेज करता है।

फ्लैशकार्ड बनाना आज भी काम का है। एक तरफ़ प्रश्न, दूसरी तरफ़ जवाब — बस मोबाइल पर या कागज़ पर। सप्ताह में एक बार कार्ड्स दोहराएँ। जो याद न रहे उन्हें अलग कर दें और बार-बार पढ़ें।

नोट्स संक्षेप में रखें। हर विषय के 5 मुख्य बिंदु लिख लें। परीक्षा की तैयारी करते वक्त यही बिंदु रिवाइज़ करना आसान और समय बचाने वाला होता है।

विश्वसनीय स्रोत चुनना ज़रूरी है। यहाँ "भारतीय दैनिक समाचार" पर हम प्रमाणिकता पर ध्यान देते हैं और स्रोत स्पष्ट करते हैं। अगर कोई आकर्षक दावा मिले — जैसे किसी ऐतिहासिक शख्स की नई पहचान — तो लेख के अंत में दिए गए अध्ययन या संदर्भ जरूर देखें। इससे आप अफ़वाह और सच में फर्क कर पाएँगे।

सवाल बनाना भी सीखें। जो पढ़ा उससे 3-4 सवाल बनाइए और खुद से जवाब दीजिए। यह तरीका समझ को गहरा बनाता है। साथ ही, समूह में चर्चा करें — किसी से बात करने से जानकारी टिकती है।

अंत में, नियमितता ही सबसे बड़ा साथी है। रोज़ थोड़ी-अथवा संक्षिप्त पढ़ाई रखें, स्रोतों की वैरिफ़िकेशन सीखें और पढ़े गए तथ्य को किसी से बांटें। ऐसे ही सामान्य ज्ञान धीरे-धीरे मजबूत होता है और हर तरह के मौके पर काम आता है।

अगर आप चाहते हैं तो हमारे सामान्य ज्ञान सेक्शन की ताज़ा खबरों और खास लेखों को फॉलो कीजिए — हम सरल भाषा में, भरोसेमंद जानकारी देते हैं जो जल्दी समझ में आ जाए और याद रहे।

क्या कोलंबस इतालवी नहीं, यहूदी थे? नवीनतम जेनेटिक अध्ययन से खुलासा

क्या कोलंबस इतालवी नहीं, यहूदी थे? नवीनतम जेनेटिक अध्ययन से खुलासा

हाल के एक जेनेटिक अध्ययन ने यह धारणा प्रस्तुत की है कि प्रसिद्ध अन्वेषक क्रिस्टोफर कोलंबस इतालवी नहीं बल्कि स्पेन के यहूदी थे। इस अध्ययन में कोलंबस के अवशेषों से DNA का उपयोग किया गया है और यह दिखाता है कि वह शायद सेफ़ार्डिक यहूदी थे, जिन्होंने धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए अपनी पहचान छुपाई। यह अध्ययन 2003 में फ़ोरेंसिक प्रोफेसर जोस एंटोनियो लॉरेन्टे और इतिहासकार मार्सियल कास्त्रो द्वारा शुरू किया गया था।

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