दहेज विरोध: तुरंत क्या करें और कैसे मदद लें

दहेज की मांग या उससे जुड़े उत्पीड़न से जूझ रहे हैं? यह अकेला मामला नहीं है। दहेज निषेध अधिनियम 1961 और भारतीय दंड संहिता की धाराएँ (जैसे 498A और 304B) ऐसी घटनाओं को अपराध मानती हैं। सबसे पहले आपकी सुरक्षा मायने रखती है — शांत रहें और ठोस कदम उठाएँ।

दहेज उत्पीड़न के सामान्य संकेत: शादी के बाद बार-बार पैसे/सामान की माँग, धमकी, मारपीट, घर से निकालना, मानसिक दबाव या किसी को गलत तरीके से फंसाने की कोशिश। अगर कोई अनहोनी होती है तो जल्दी से सबूत जमा करना बहुत जरूरी है।

शिकायत और कानूनी कदम

शिकायत दर्ज करने के सरल कदम — यह वही चीजें हैं जो अक्सर फायदेमंद रहती हैं:

  • सबूत जुटाएँ: व्हाट्सएप/एसएमएस संदेश, कॉल रिकॉर्ड, बैंक ट्रांज़ैक्शन, गिफ्ट की रिसिप्ट्स, फोटो और डॉक्टर या अस्पताल के रिकॉर्ड।
  • नज़दीकी महिला थाना या सामान्य थाना जाएँ और FIR दर्ज कराएँ। आप दहेज से जुड़ी धाराओं और 498A के तहत शिकायत कर सकते हैं।
  • महिला हेल्पलाइन 181 से संपर्क करें या राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) को शिकायत भेजें।
  • कानूनी मदद लें: राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण से मुफ्त वकील मिल सकते हैं। स्थानीय महिलाओं के संगठन/NGO भी मार्गदर्शन देते हैं।

कभी-कभी मामला सुलह से सुलझाना संभव है, मगर यह केवल तब करें जब आपकी सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित हो। भले तर्कों में फँसने से पहले किसी भरोसेमंद वकील या NGO से सलाह लें।

तुरंत सुरक्षा और समर्थन

अगर खतरा महसूस हो तो तुरंत निकटतम पुलिस स्टेशन, महिला सहायता केंद्र या मितभेदक से संपर्क करें। घर छोड़ना मुश्किल लगे तो किसी रिश्तेदार या मित्र के पास अस्थायी शरण लें। मेडिकल रिपोर्ट तुरंत कराएं — चोट का प्रमाण भविष्य में काम आता है।

आर्थिक स्वतन्त्रता बचाव में मदद करती है। बैंक खाते, पहचान दस्तावेज़ और जरूरी कांटेक्ट नंबर सुरक्षित जगह पर रखें। शादी के समय मिली चीज़ों की सूची और बिल अपने पास रखें — ये आगे सबूत बनते हैं।

समाज और परिवार की भूमिका अहम है। पड़ोसियों, रिश्तेदारों और समुदाय संगठनों को शामिल करके दबाव बनाया जा सकता है। स्कूलों-कॉलेजों में जागरूकता और महिला स्वरोज़गार को बढ़ावा देना दीर्घकालिक समाधान है।

अगर आप या आपका कोई परिचित इस समस्या से गुजर रहा है तो चुप न रहें। 181 पर कॉल करें, नज़दीकी महिला थाना जाएँ या NCW की वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कराएँ। मदद लेना कमजोरी नहीं, यह आपका अधिकार है।

नीरज चोपड़ा की शादी : सिर्फ 1 रुपये शगुन में, परंपरा और सादगी की मिसाल

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ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने हिमाचल में हिमाणी मोर से सादगी भरी शादी की, जिसमें सिर्फ 1 रुपये का शगुन लिया गया। दहेज और दिखावा पूरी तरह से नकारा गया। तीन दिन तक पारंपरिक समारोहों में सिर्फ 60 करीबी लोग शामिल हुए। दोनों परिवारों ने आपसी सहमति और परंपरा का सम्मान किया।

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