दीवाली प्रदूषण: कम करें और सुरक्षित तरीके से मनाएँ
दीवाली खुशी का त्योहार है, पर सालाना भारी धुंध और PM2.5 का उछाल कई शहरों में स्वास्थ्य जोखिम बढ़ा देता है। अगर आप इस बार हवा ख़राब होने से बचना चाहते हैं तो कुछ आसान कदम अभी से ले सकते हैं। ये टिप्स सीधे काम आएंगे—घर पर और मोहल्ले में दोनों जगह।
जल्दी करने वाले असरदार कदम
AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) रोज़ देखिए—CPCB, SAFAR या किसी भी AQI ऐप से। अगर AQI 'खराब' या 'बहुत खराब' है तो शाम और रात में बाहर न निकलें। बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारी वाले लोगों को खास सावधानी चाहिए।
न95/KN95 मास्क रखें। साधारण कपड़े का मास्क कुछ हद तक मददगार है, पर सूक्ष्म कणों (PM2.5) से बचाने के लिए N95 बेहतर होता है। बाहर जाते वक्त पहनें और भीड़-भाड़ वाले इलाक़ों में रखकर रखें।
पटाखों से बचें या सीमित प्रयोग करें। अगर आप पटाखे जलाना ही चाहते हैं तो कम शोर और कम धुँआ वाले विकल्प चुनें और सिर्फ खुले, हवादार स्थान पर रात के सीमित समय में जलाएँ।
घर और मोहल्ले में आसान बदलाव
घरेलू जुगाड़: घर के दरवाज़े और खिड़कियाँ रात में बंद रखें जब बाहर धुंध ज्यादा हो। दिन में सूरज निकलते ही कम समय के लिए खिड़कियाँ खोलकर घर वेंटिलेट करें।
एयर प्यूरीफायर जो HEPA फिल्टर वाले हों, जहाँ संभव हो लगीए। इससे घर के अंदर के PM2.5 और धूल कम होंगे। अगर प्यूरीफायर नहीं है तो गीले कपड़े से फर्श और सर्फेस साफ़ रखें—सूखी झाड़ू से घर में कण फिर उड़ते हैं।
रोशनी और सजावट: बिजली के LED दीये, सजावटी लाइटें और कागज़/मिट्टी के दीये अपनाएँ। ये पटाखों की जगह सुंदर और सुरक्षित विकल्प हैं।
समुदाय के साथ मिलकर आयोजन करें। मोहल्ला-लेवल फायरवर्क इवेंट में सीमित घंटों और नियंत्रित शो रखें—यह व्यक्तिगत जलाने से बेहतर है और प्रदूषण पिक कम कर सकता है।
कचरा और पटाखों का सुरक्षित निपटान ज़रूरी है। जलने के बाद अवशेष प्लास्टिक या रैपर को जमीन पर न छोड़ें—इन्हें अलग बंडल कर दें ताकि खुले में जलाने से जहरीली गैसें न बनें।
लंबी तस्वीर: हर घर एक पेड़ लगाये। पेड़ सीधे आज़ हवा की गुणवत्ता पर असर नहीं दिखाते, पर साल दर साल बेहतर वातावरण बनता है। सार्वजनिक परिवहन या कार-पूलिंग करें ताकि ट्रैफ़िक में बढ़ने वाले धुएं को रोका जा सके।
छोटी-छोटी आदतें बड़ी फर्क डालती हैं। इस दीवाली पटाखों को पूरी तरह न भी छोड़ें तो मात्रा घटाएँ, सही वक्त चुनें, और कम-धुआँ विकल्प अपनाएँ। इससे आप अपने परिवार और मोहल्ले दोनों की सेहत बचा सकते हैं।
यदि आप और जानना चाहते हैं तो हमारी साइट पर "दीवाली प्रदूषण" टैग वाले लेख देखिए—AQI रीडिंग कैसे पढ़ें, किस तरह के मास्क सबसे अच्छे हैं और स्थानीय नियम क्या हैं। सुरक्षित दीवाली मनाइए, सांसें ले सकें—यही असली खुशी है।
दिल्ली में दीवाली के पटाखों से खराब हुई वायु गुणवत्ता: प्रदूषण स्तर 400 के करीब
सीमित पटाखे जलाने के बावजूद दीवाली के दौरान दिल्ली की वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक बिगड़ गई है। प्रमुख इलाकों में AQI स्तर 350 से 400 के बीच पाया गया, जिससे नागरिकों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। यह स्थिति रात में सबसे अधिक खराब हुई, जब PM 2.5 स्तर खतरनाक ढंग से बढ़ गए। इस बढ़ते प्रदूषण ने सबको स्वच्छ हवा में सांस लेने के मुश्किल बना दिया है।
- के द्वारा प्रकाशित किया गया Savio D'Souza
- 1 नवंबर 2024
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