जहानारा बेगम – आपके लिए सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली खबरें

अगर आप हर दिन के हॉट टॉपिक और ट्रेंडिंग न्यूज़ से अपडेट रहना चाहते हैं, तो यह पेज आपके लिये बना है। यहाँ हम ‘जहानारा बेगम’ टैग के तहत सभी प्रमुख लेखों को संक्षेप में पेश कर रहे हैं – FASTag पास से लेकर IPL तक, शॉर्ट्स से लेकर बड़े खेल‑समाचार तक.

FASTag Annual Pass और अन्य महत्वपूर्ण अपडेट

एनएचएआई ने नया FASTag Annual Pass लॉन्च किया है – केवल ₹3,000 में साल भर के 200 हाईवे ट्रिप का फ़ायदा। यह पास निजी कार मालिकों को टोल पेमेंट आसान बनाता है और समय बचाता है. आप एप या वेबसाइट से आसानी से एक्टिवेट कर सकते हैं. इस सुविधा के कारण ड्राइविंग अब तेज़ और किफ़ायती हो गई है.

खेल, मनोरंजन और राजनीति की ताज़ा ख़बरें

राखी बंधन 2025 में दुर्लभ ग्रह‑नक्षत्र का संगम दिखेगा – शुुभ मुहूर्त के साथ. इसी तरह IPL 2025 में गुजरात टाइटंस ने दिल्ली को सात विकेट से हराकर प्लेऑफ़ की राह आसान बना ली.

फुटबॉल फैंस के लिये Mission: Impossible – The Final Reckoning से पहले OTT पर उपलब्ध स्पाई थ्रिलर देखना एक बड़ी ख़ुशी है. और शाहरुख खान ने Met Gala 2025 में ₹21 करोड़ की Patek Philippe घड़ी पहनी, जो फ़ैशन में नई लहर बन गई.

क्रिकेट प्रेमियों को नीतिश कुमार रेड्डी का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन याद रहेगा – 42 रन और रिवर्स स्कूप से गेंदबाज़ों को धौंस दी. वहीँ Phil Salt ने T20 वर्ल्ड कप में 30‑रन ओवर कर इंग्लैंड की जीत पक्की कर दी.

इन सब के अलावा, RBI की नई प्रतिबंधित नीति, CDSL शेयर गिरावट और कई आर्थिक खबरें भी इस टैग में शामिल हैं. हर लेख को हमने सरल भाषा में संक्षेप किया है ताकि आप जल्दी से मुख्य बिंदु समझ सकें.

अब जब आप यहाँ ‘जहानारा बेगम’ टैग देख रहे हैं, तो बस एक क्लिक से पूरी जानकारी ले लीजिए। चाहे वो ट्रैवल सॉल्यूशन हो या खेल‑समाचार, सब कुछ आपके हाथ में. पढ़ते रहें और अपडेटेड रहिए!

मुगल रानियों की पढ़ाई और सत्ता: नूर जहाँ से ज़ेब-उन-निस्सा तक

मुगल रानियों की पढ़ाई और सत्ता: नूर जहाँ से ज़ेब-उन-निस्सा तक

मुगल दौर की कई रानियां असाधारण रूप से शिक्षित थीं और उन्होंने राजनीति, साहित्य और कला में बड़ा असर डाला। नूर जहाँ ने सिक्कों पर अपना नाम दर्ज कराया और प्रशासन संभाला, गुलबदन बेगम ने हुमायूँनामा लिखकर शुरुआती मुगल इतिहास को दर्ज किया। जहानारा बेगम सूफी साहित्य और शहरी वास्तु में आगे रहीं, जबकि ज़ेब-उन-निस्सा अपनी शायरी और अध्ययन के लिए जानी गईं।

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