खाद्य और पानी — मॉनसून और आपदा में सुरक्षित रहने के आसान उपाय
क्या बारिश या बाढ़ के वक्त आपका घर खाना-पानी संभाल पाएगा? इस टैग पेज पर आपको ताज़ा खबरें और प्रत्यक्ष उपाय मिलेंगे — जैसे झारखंड में जारी भारी बारिश का अलर्ट और बाढ़-भूस्खलन से जुड़े अपडेट। साथ ही मैं सरल, तुरंत अपनाने योग्य सुझाव दे रहा/रही हूँ ताकि आप और परिवार सुरक्षित रहें।
पेयजल को सुरक्षित कैसे रखें
सबसे पहले — पानी का स्रोत संदिग्ध लग रहा हो तो बिना शुद्ध किए मत पिएं। घर पर तेजी से करने के तरीके:
1) उबालें: साफ दिखने वाला पानी भी कम से कम 1 मिनट उबालें (ऊंचाई पर 3 मिनट)।
2) क्लोरीन/वॉटर टैब्लेट: आपात स्थिति में क्लोरीन ड्रॉप या पानी के टैबलेट तुरंत असर दिखाते हैं — पैकेट के निर्देश का पालन करें।
3) फिल्टर + सॉडिस: साधारण बर्तन से कपड़ा छानकर रखें, और जब सूरज निकले तो पारदर्शी बोतल में रखकर सोलर डिसइन्फेक्शन (SODIS) करें — 6 घंटे धूप में रखें।
4) बोतलबंद पानी: उपलब्ध हो तो बोतलबंद पानी रखें, पर पैकेट खुला लगे तो इस्तेमाल न करें।
5) भंडारण: पानी को साफ बोतलों में रखें, हर 24 घंटे में नया पानी डालें और ढक्कन बंद रखें।
यदि पानी में भींगने के बाद बदबू, रंग या तलछट दिखे तो उपयोग न करें। बच्चे और बुजुर्गों के लिए हमेशा शुद्ध पानी ही दें।
खाद्य सुरक्षा और आपातकालीन भंडारण
बाढ या भारी बारिश में खाने की सुरक्षा अलग मुद्दा है। कुछ सरल नियम:
1) पका हुआ खाना 2 घंटे से अधिक बाहर न रखें; गरम रखें तो 60°C या ठंडा रखें तो 5°C से नीचे रखें — पर पॉर्टेबल फ्रिज न हो तो तुरंत खा लें।
2) अगर खाद्य कंटेनर पानी में भीगे हों, तो अंदर का खाना फेंक दें — बाहर से धोने से नहीं बचता।
3) कंसर्व और पके पैकेट वाले खाद्य आइटम सुरक्षित रहते हैं — खुला या फटा पैकेट न लें।
4) रोजमर्रा का स्टॉक: सूजी, चावल, दाल, नमक, चीनी, सूखे स्नैक्स, और तैयार खाने की पकेटें रखें। गैस या बिजली नहीं हो तो चारمینार/इंडोर स्टोव और माचिस रखें।
5) हाथ साफ़ रखना: खाना पकाने से पहले और बाद में साबुन से हाथ धोएं; पानी कम हो तो हैंड सैनीटाइज़र रखें।
खाने को टेस्ट करने के लिए थोड़ा चखना घातक हो सकता है — अगर गंध अजीब हो या रंग बदल गया हो तो न खाएं।
आपातकालीन किट में ये चीजें ज़रूरी रखें: मिनरल वाटर या टैब्लेट, ORS पैकेट, कुछ ऊँची कैलोरी सूखे स्नैक्स, प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च और अतिरिक्त बैटरी, आवश्यक दवाइयां। बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए अतिरिक्त सावधानी लें।
अगर दस्त, उल्टी या तेज बुखार हो तो देरी न करें — डॉक्टर से संपर्क करें। डिहाइड्रेशन के शुरुआती लक्षणों में कम पेशाब, सुस्ती और चक्कर आते हैं — तत्काल ORS दें और चिकित्सा सहायता लें।
यह टैग पेज आपको खबरों के साथ व्यवहारिक सुझाव भी देता है — जैसे हमारी रिपोर्ट झारखंड में भारी बारिश का पांच दिनी अलर्ट। खबर पढ़ें, तैयार रहें और ऊपर दिए आसान कदम तुरंत अपनाएं। सुरक्षित रहें, साफ पानी और साफ खाना रखें — यही छोटी कोशिश बड़ी समस्याएँ रोक सकती है।
विजयवाड़ा में बाढ़ से तबाही: निवासियों को भोजन और पानी की दरकार
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- के द्वारा प्रकाशित किया गया Savio D'Souza
- 2 सितंबर 2024
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