मदर डेयरी प्राइस हाइक – क्या कारण हैं और कैसे बचें?

लगभग दो साल से अधिक समय में मदर डेयरी के दूध, दही और पनीर की कीमतें लगातार बढ़ी हैं। हर महीने नई कीमतों की घोषणा होती है और उपभोक्ताओं को अपने बजट में समायोजन करना पड़ता है। अगर आप भी रोज़मर्रा की खरीदारी में इस बढ़ोतरी से परेशान हैं, तो यह लेख आपके लिए है। हम सरल भाषा में कारण, असर और कुछ आसान बचत टिप्स बताएंगे।

प्राइस हाइक के मुख्य कारण

पहला कारण है कच्चे माल की लागत में वृद्धि। दूध की कीमत तय करने से पहले किसान को मिलने वाली दैनिक भत्ता, फीड, बीज और दवाइयों की कीमत बढ़ गई है। जब लागत बढ़ती है, तो मिल्किंग यूनिट को भी थोड़ा‑बहुत बढ़ा कर देना पड़ता है। दूसरा कारण है परिवहन खर्च। ईंधन की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, जिससे ट्रकों की चलाने की लागत भी बढ़ी है। यह खर्च सीधे निर्माता की कीमत में जुड़ जाता है। तीसरा कारण है शेड्यूल्ड टैक्स और शुल्क। सरकार ने कुछ क्षेत्रों में डेरी उत्पादों पर अतिरिक्त टैक्स लगाया, जिससे अंतिम कीमत पर असर पड़ा। आखिरी में मौसमी मांग का असर भी है – गर्मियों में ठंडे पेय की मांग बढ़ती है, तो कीमतें ऊपर जा सकती हैं। ये चार मुख्य कारण मिलकर मदर डेयरी प्राइस हाइक को समझाते हैं।

उपभोक्ता के लिए आसान बचत टिप्स

1. स्थानीय दूध मिलों से खरीदें – अगर आप घर के पास किसी भरोसेमंद डेयरिंग फार्म से दूध खरीदते हैं, तो अक्सर कीमतें कम रहती हैं। आप सीधे फॉर्मूलेटर के साथ बातचीत कर सकते हैं और ऑर्डर की मात्रा के आधार पर छूट पा सकते हैं।

2. बड़े पैकेज में खरीदें – 1 लीटर के बजाय 5 लीटर या 10 लीटर के पैकेज में खरीदना अक्सर सस्ता पड़ता है। इसका मतलब है कम पैकेजिंग, कम खर्च और कम बार खरीदारी करना।

3. डिस्काउंट ऐप्स और कूपन का उपयोग करें – कई ऑनलाइन ग्रॉसरी स्टोर्स में समय‑समय पर प्राइस स्लैश या कूपन मिलते हैं। इन्हें सक्रिय करके आप 5‑10% तक बचा सकते हैं।

4. घर में डेरिवेटिव प्रोडक्ट बनायें – दही या छाछ को फ्रीज में रखकर कई दिनों तक उपयोग में लाया जा सकता है। आप खुद ही घर पर पनीर बना सकते हैं, जिससे पैकेज्ड पनीर की कीमत से बचेंगे।

5. सेविंग ग्रुप में शामिल हों – कई मोहल्लों में लोग मिलकर सस्ते दही और दूध का ऑर्डर देते हैं। इस तरीके से फॉर्मूला खुद भी कम कीमत पर मिल जाता है और आप एक ही वाहन से कई लोग खरीदते हैं।

इन टिप्स को अपनाकर आप मदर डेयरी के प्राइस हाइक से बहुत बचत कर सकते हैं। ध्यान रखें कि कीमतों में बदलाव रोज़मर्रा के जीवन में वैरिएशन लाते हैं, लेकिन सही योजना और थोड़ी समझदारी से आप अपने खर्च को नियंत्रण में रख सकते हैं।

यदि आप अभी भी कीमतों से जूझ रहे हैं, तो स्थानीय रिटेलर से पूछें कि क्या उनके पास कोई विशेष ऑफ़र या फ्रीज-ट्रांसफर विकल्प है। कभी‑कभी दैनिक उपभोक्ता के सवालों के जवाब से भी अच्छी डील मिल सकती है।

आखिर में, यह याद रखें कि प्राइस हाइक एक बड़े आर्थिक माहौल का हिस्सा है। हमें अपनी खपत को समझदारी से प्रबंधित करना चाहिए और जहाँ संभव हो छोटे‑छोटे बदलाव करके अपने बजट को सुरक्षित रखना चाहिए।

अमूल ने दूध की कीमत में 2 रुपये की बढ़ोतरी की, नई दर 1 मई से लागू

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अमूल ने 1 मई से सभी दूध वेरिएंट की कीमत में 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ोतरी की, जो मदर डेयरी के एक दिन पहले की कीमत बढ़ाने के बाद आया है। जीसीएमएमएफ ने बढ़ते इनपुट लागत और किसानों को उंची कीमतों का हवाला दिया। नई MRP 3‑4% बढ़ी, पर खाद्य महंगाई से नीचे रही। यह जून 2024 के बाद पहली बार अमूल की ताज़ा दूध की कीमत बदल रही है। मूल्य वृद्धि से घर के बजट पर असर पड़ेगा, विशेषज्ञ इसे सप्लाई चेन की समस्या मान रहे हैं।

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