मुनाफा — खबरें पढ़ें और समझें आपकी कमाई पर असर
मुनाफा सुनते ही कई बार सिर्फ नंबर ही दिखते हैं। पर असल में ये नंबर आपकी खरीद-फरोख्त, टैक्स और भविष्य की योजना सब प्रभावित करते हैं। इस पेज पर आप उन खबरों को पाएंगे जिनका सीधा असर मुनाफे पर पड़ता है — कंपनी के तिमाही नतीजे, बैंक अपडेट, शेयर बाजार की बड़ी हलचल।
कंपनी के मुनाफे को कैसे पढ़ें
जब कोई खबर आती है कि किसी बैंक या कंपनी का मुनाफा बढ़ा या घटा, तो तीन चीजें पहले चेक करें: 1) YoY (साल दर साल) और QoQ (तिमाही दर तिमाही) तुलना, 2) रेवेन्यू के साथ मर्जिन में बदलाव, और 3) क्या ये एक बार का फायदा/खर्च था। उदाहरण के तौर पर Axis बैंक की खबर में हमने देखा कि मुनाफे में मामूली वृद्धि थी, पर मार्केट उम्मीदों से कम होने पर शेयर दब गए। यही बात CDSL के 35% गिरावट में भी दिखी — कमजोर तिमाही नतीजे और डिमैट अकाउंट की धीमी ग्रोथ।
कभी-कभी गैर-आर्थिक खबरें भी मुनाफे को प्रभावित कर देती हैं। जैसे RBI के प्रतिबंध या बैंक पर निकासी रोक की खबरें ग्राहक भरोसा घटाती हैं और शेयरों पर दबाव डालती हैं। इसलिए सिर्फ ‘मुनाफा कितना हुआ’ पढ़ना काफी नहीं होता — कारण और बाजार की प्रतिक्रिया भी समझनी चाहिए।
अपने मुनाफे को सुरक्षित रखने के व्यावहारिक कदम
निवेशक हैं तो कुछ सीधी आदतें रखें: डाइवर्सिफाई करें (सिर्फ एक सैक्टर में नहीं फँसें), स्टॉप-लॉस सेट रखें और इमोशन से फैसले न लें। जब किसी शेयर में तेज गिरावट हो रही हो — जैसे CDSL में 35% — तो देखें कि गिरावट फंडामेंटल के कारण है या पैनिक सेलिंग। फंडामेंटल कमजोर हो तो समय पर कटौती बेहतर रहती है।
डिविडेंड बनाम कैपिटल गेन समझिए। कुछ कंपनियाँ नियमित डिविडेंड देती हैं; ये नकद इनकम का स्रोत बन सकती है। वहीं बढ़ती कंपनी का रिइन्वेस्ट किया गया मुनाफा लंबे समय में बेहतर रिटर्न दे सकता है। निवेश का लक्ष्य तय करें — निफ्टी-रिटर्न के लिए अलग रणनीति और सुरक्षित आय के लिए अलग।
टैक्स का भी ध्यान रखें। शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन्स और लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स के नियम अलग होते हैं। ट्रेडिंग फ्रीक्वेंसी बढ़े तो टैक्स-लायबिलिटी बढ़ेगी, जिससे नेट मुनाफा कम हो सकता है।
यहां की खबरें (जैसे Axis बैंक, New India Co-operative Bank की निगरानी, और शेयर मार्केट अपडेट) पढ़कर आप तेजी से समझ सकते हैं कि किस खबर का सीधा असर मुनाफे पर होगा और कब सतर्क रहना जरूरी है। न्यूज़ को ही blindly संकेत मानने से बेहतर है कि आप खबर के पीछे के कारण समझें और कदम उसी के अनुसार उठाएँ।
अगर आप चाहते हैं, इस टैग को फॉलो करके कंपनियों के नतीजों और निवेश-रुचि वाले लेख नोट कर लीजिए। इसे आपकी रोज़मर्रा की निवेश चेकलिस्ट का हिस्सा बना लें — खबरें पढ़ें, कारण समझें, और प्लान के साथ फैसला लें।
इन्फोसिस की दूसरी तिमाही में मुनाफा 5% बढ़ा, FY25 के लिए राजस्व मार्गदर्शन 3.75-4.5% तक संशोधित
इन्फोसिस, भारत की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी, ने वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के परिणाम घोषित किए हैं। कंपनी का शुद्ध लाभ 5% बढ़कर 6,506 करोड़ रुपये तक पहुँच गया, जबकि राजस्व में 5% की वृद्धि होकर यह 40,986 करोड़ रुपये हुआ। इसके साथ ही कंपनी ने अपने FY25 राजस्व वृद्धि मार्गदर्शन को 3.75% से 4.5% तक बढ़ा दिया है।
- के द्वारा प्रकाशित किया गया Savio D'Souza
- 18 अक्तूबर 2024
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