पंचांग 05 अप्रैल 2025 – आज का ज्योतिषीय सारांश
05 अप्रैल 2025 की पंचांग के मुख्य तत्व
जब आप पंचांग 05 अप्रैल 2025, यह हिन्दू कैलेंडर का वह भाग है जो इस विशेष तिथि के सभी ज्योतिषीय विवरण देता है. अक्सर इसे शुद्ध दिनांक, तिथि, नक्षत्र और योग के साथ जोड़ा जाता है। साथ ही इसे हिंदू पंचांग भी कहा जाता है। पंचांग 05 अप्रैल 2025 इस पृष्ठ पर आप इस दिन के मुख्य पहलुओं को जल्दी समझ सकेंगे।
इस दिन की तिथि, शुक्ल प्रतिपदा (पहला चाँद) है, जो नये महीने की शुरुआत दर्शाती है. तिथि के अनुसार कई धार्मिक अनुष्ठान और सामाजिक कार्य निर्धारित होते हैं, जैसे व्रत, पूजा या नए व्यापारिक आरम्भ। इस तिथि को लेकर कई लोग अपनी योजना बनाते हैं क्योंकि इसे शुभ माना जाता है।
आज का नक्षत्र, अश्विनी (पहला नक्षत्र) है, जो ऊर्जा, गति और नई शुरुआत का प्रतीक है. अश्विनी नक्षत्र वाले दिन आमतौर पर निर्णय लेने और प्रोजेक्ट शुरू करने के लिये उपयुक्त माने जाते हैं। यदि आप किसी नई पहल की सोच रहे हैं, तो इस नक्षत्र का समर्थन आपके आत्मविश्वास को बढ़ा सकता है।
आज का प्रमुख योग, विकारी (विकल्प) योग है, जो थोड़ा प्रतिकूल लेकिन प्रयत्न से परिणाम देता है. विकारी योग वाले दिन सावधानी बरतें, लेकिन अगर आप दृढ़ निश्चय के साथ काम करेंगे तो सफलता मिलने की संभावना रहती है। इसलिए निवेश, करियर या स्वास्थ्य संबंधी ठोस कदम उठाते समय अतिरिक्त जाँच करना फायदेमंद रहेगा।
राशिफल के अनुसार, मेष, कर्क और तुला राशि वाले लोगों को इस दिन खास अवसर मिल सकते हैं। मेष राशि के लिये शारीरिक ऊर्जा में बढ़ोतरी, कर्क राशि के लिये पारिवारिक माहौल में शांति और तुला के लिये व्यापार में लाभ की संभावना है। अपनी राशि को ध्यान में रख कर दिन की योजना बनाएँ।
सूर्य उदय का समय लगभग 06:12 बजे और सूर्यास्त 19:33 बजे अनुमानित है। इन समयों के आधार पर आप योगा, प्रार्थना या बाहर के काम को बेहतर समय पर कर सकते हैं। विशेषकर सुबह 06:00‑08:00 के बीच शारीरिक कार्य करने से ऊर्जा का प्रयोग अधिक प्रभावी होता है।
पंचांग सिर्फ अंकों का संग्रह नहीं, बल्कि दैनिक जीवन में मार्गदर्शन करने वाला उपकरण है। चाहे आप नौकरी की तैयारी कर रहे हों, व्यावसायिक मीटिंग शेड्यूल कर रहे हों, या सरलता से परिवार के साथ समय बिताना चाहते हों—पंचांग के इन घटकों को समझ कर आप बेहतर निर्णय ले सकते हैं।
आज के प्रमुख समाचारों में वायु सेना दिवस, क्रिकेट मैच, और आर्थिक घटनाएँ भी प्रमुख हैं। यदि आप इन समाचारों को पंचांग के तिथि, नक्षत्र और योग के साथ मिलाकर देखें तो आप यह तय कर सकते हैं कि कौन से ख़बरें आपके लिए अधिक प्रासंगिक हैं और कब उन्हें प्राथमिकता देनी चाहिए। यही हमारी वेबसाइट का उद्देश्य है—आपको ताज़ा समाचार और विशिष्ट पंचांग जानकारी दोनों एक जगह उपलब्ध कराना।
अब नीचे आप 05 अप्रैल 2025 से संबंधित सभी लेखों की सूची पाएँगे—हर लेख में तिथि से जुड़ी प्रमुख जानकारी, दैनिक टिप्स और विस्तृत विश्लेषण शामिल है। इस संग्रह को स्क्रॉल करके आप अपना दिन अधिक योजनाबद्ध और सफल बना सकते हैं।
05 अप्रैल 2025 को चैत्र नवदुर्गा महा अष्टमी का पंचांग – शुक्ल अष्टमी, शुभ मुहूर्त और राही काल
05 अप्रैल 2025 को शनिवार को चैत्र नवदुर्गा महा अष्टमी पड़ती है। शुक्ल अष्टमी तिथि शाम 7:26 बजे तक चलती है, पुनर्वसु नक्षत्र और मिथुन राशि में चंद्र ग्रहण। अभिजीत मुहूर्त 11:59‑12:49 बजे, राहु काल 9:15‑10:50 बजे से बचने योग्य समय बताया गया है। इस दिन माँ महागौरी और शनि दोनों की विशेष पूजा के अवसर हैं।
- के द्वारा प्रकाशित किया गया Savio D'Souza
- 27 सितंबर 2025
- टिप्पणि [ 0
]
-
संस्कृति
और अधिक